जबलपुर। देश जब आजाद हुआ था उस समय पूर्वी और पश्चिमी पाकिस्तान में लगभग 30-30 प्रतिशत हिंदू, सिख, बौद्ध, पारसी, ईसाई आदि धार्मिक अल्पसंख्यक थे। लेकिन अब पाकिस्तान में सिर्फ 3 प्रतिशत और बांग्लादेश में 7 प्रतिशत ही बचे हैं। कांग्रेस के अंधे और बहरे नेता बताएं कि पाकिस्तान और बांग्लादेश के हमारे हिंदू, सिख और अन्य अल्पसंख्यक भाई कहां चले गए? इन्हें या तो मार डाला गया, इनका धर्म परिवर्तन करा दिया गया, इनकी बेटियों-बहनों पर परिवार के लोगों के सामने अत्याचार किए गए। इन्हीं में से कुछ लोग अपना सब कुछ गवांकर, अपने धर्म और सम्मान की रक्षा के लिये किसी तरह भारत आए हैं। जो कभी हजारों एकड़ के जमींदार थे, वे अब झोपड़ियों में रहकर, मेहनत-मजदूरी करके अपना जीवन चला रहे हैं। नागरिकता संशोधन कानून इन्हीं लोगों को भारत की नागरिकता देने का, सम्मान के साथ जीवन बिताने का अवसर देने का कानून है, लेकिन कांग्रेस इसका विरोध कर रही है। यह बात भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष और अमित शाह ने रविवार को जबलपुर में सीएए पर जनजागरण के लिये आयोजित जनसभा में कही।
कान खोल कर सुन लो, हम नागरिकता देकर ही दम लेंगे
अमित शाह ने कहा कि 12 जुलाई, 1947 को महात्मा गांधी ने कहा था कि जो लोग पाकिस्तान में रह गए हैं, वे कभी भी भारत आ सकते हैं, यहां उन्हें सारी सुविधाएं मिलेंगी। लेकिन राहुल बाबा आपने तो महात्मा गांधी को कब का छोड़ दिया। नेहरू जी ने कहा था, सरदार पटेल ने कहा था, आचार्य कृपलानी ने कहा था, राजेंद्र बाबू ने कहा था कि भारत उनकी स्वाभाविक जन्मूभूमि है और यहां उनका स्वागत है। शाह ने कहा कि कांग्रेस वालो, चाहे जितना विरोध कर लो, लेकिन हम इन शरणार्थी भाइयों को नागरिकता देकर ही दम लेंगे। देश पर जितना अधिकार हमारा है, उतना ही इन शरणार्थी भाईयों का भी हैं, हम इन्हें गले लगाकर आगे बढ़ेंगे।
जनता की इच्छा समझ लो कांग्रेस वालो, वर्ना साफ हो जाओगे
शाह ने कहा कि पाकिस्तान में इन हिंदू, सिख, सिंधी भाइयों पर अमानवीय अत्याचार हुए, लेकिन मानवाधिकारों की दुहाई देने वाले ठेकेदारों को इन शरणार्थी भाइयों पर हुए अत्याचार नहीं दिखते? क्या इनके मानवाधिकार नहीं हैं? अभी हाल ही में पवित्र धार्मिक स्थल ननकाना साहिब पर हमला हुआ, तोड़फोड़ की गई। वहां के ग्रंथी की बेटी जगजीत कौर को हमलावर उठा कर ले गए। क्या ये अत्याचार नहीं है? शाह ने कहा कि देश की जनता इन पीड़ित और प्रताड़ित भाइयों को शरण देना चाहती है। मैं कांग्रेस वालों से कहना चाहता हूं कि जनता की इच्छा की समझिए, वर्ना साफ हो जाओगे।
विरोध की वजह सिर्फ वोट बैंक की राजनीति
शाह ने कहा कि देश के बंटवारे के समय जो लोग पाकिस्तान में रह गए थे, उन्हें हमारे नेताओं ने आश्वासन दिया था कि आप जब भी आएंगे, भारत आपको सम्मान देगा। अब मोदी जी ने इन पीड़ित लोगों को नागरिकता देने का कानून बनाया, तो कांग्रेसी, वामपंथी, ममता दीदी, केजरीवाल, इसका विरोध कर रहे हैं। शाह ने कहा कि 1950 में नेहरू- लियाकत समझौता हुआ था, जिसमें नेहरू जी ने इन लोगों की देखभाल वचन दिया था। मैं कांग्रेसियों से पूछना चाहता हूं कि अब मोदी जी उस वचन को पूरा कर रहे हैं, तो क्यों उससे भाग रहे हो? पाकिस्तान से, बांग्लादेश से जो लोग भारत आए हैं, उनमें बड़ी संख्या में दलित हैं, मछुआरे हैं, नमोशूद्र हैं। मैं ममता दीदी से पूछना चाहता हूं कि क्या प्रॉब्लम है? उन्होंने कहा कि प्रॉब्लम कुछ नहीं है, ये सभी लोग वोट बैंक की राजनीति करते हैं। कहीं वोटबैंक नाराज न हो जाए, इसलिए उससे डरते हैं और सीएए का विरोध कर रहे हैं।
वोट बैंक के लालच में पाकिस्तान की भाषा बोल रहे विरोधी दल
शाह ने कहा कि मोदी जी ने कश्मीर से 370 और 35 ए हटाकर उसे भारत का अटूट हिस्सा बना दिया, कांग्रेस ने विरोध किया। राम मंदिर मुद्दे पर कांग्रेस के वकील कपिल सिब्बल कहते हैं कि राम जन्मभूमि पर मंदिर नहीं बनना चाहिए। मोदी जी ने सर्जिकल स्ट्राइक की, एयर स्ट्राइक की, ये पाकिस्तान की तरह उसके सबूत मांगते हैं। शाह ने पूछा कि जो लोग जेएनयू में देश के हजारों टुकड़े करने के नारे लगाते हैं, उन्हें जेल में होना चाहिए या नहीं? लेकिन केजरीवाल और राहुल बाबा कहते हैं उन्हें बचा लो, उन्हें बचा लो। मैं पूछना चाहता हूं कि क्या ये देशविरोधी नारे लगाने वाले आपके चचेरे भाई हैं? शाह ने कहा कि राहुल, केजरीवाल, ममता, इमरान खान इन सबकी भाषा एक जैसी क्यूं है? क्योंकि वोट बैंक के लालच में विपक्षी दलों के नेता पाकिस्तान की ही भाषा बोलने लगे हैं।
विरोधियों का झूठ उजागर हो, इसलिए कर रहे जनजागरण
शाह ने कहा कि लोग पूछते हैं कि जनजागरण अभियान की जरूरत क्यों पड़ी? मैं कहना चाहता हूं कि कांग्रेस, वामपंथी दल, ममता दीदी, केजरीवाल जैसे नेता नागरिकता संशोधन कानून को लेकर देश को गुमराह कर रहे हैं। ये कह रहे हैं कि इस कानून से अल्पसंख्यकों की नागरिकता छीनी जाएगी, मैं इन्हें चैलेंज करता हूं कि एक्ट में कहीं पर भी ऐसा प्रावधान हो तो बताएं। इसमें सिर्फ नागरिकता देने का प्रावधान है। मैं राहुल बाबा से पूछना चाहता हूं कि पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव के समय आपने अपने घोषणा पत्र में कहा था कि पाकिस्तान से आए लोगों को नागरिकता देंगे। अब क्यों लोगों को भड़का रहे हो। शाह ने कहा कि हम इसी लिए सीएए के मुद्दे पर जनजागरण कर रहे हैं ताकि लोगों को इस कानून की सच्चाई बताएं और उनके सामने केजरीवाल, ममता, राहुल जैसे नेताओं के झूठ को उजागर कर सकें। उन्होंने कहा कि मैं भारतीय जनता पार्टी के सभी कार्यकर्ताओं से आह्वान करता हूं कि वे घर-घर जाकर लोगों को इस कानून की सच्चाई बताएं।
मध्यप्रदेश की जनता ने लोकसभा चुनाव में मिजाज बता दिया कमलनाथ जी
शाह ने कहा कि मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ सोनिया मैडम को खुश करने के लिए बड़े जोर से कहते हैं मध्यप्रदेश में यह कानून लागू नहीं होगा। मैं कहना चाहता हूं कमलनाथ जी पहले प्रदेश को तो ठीक कर लो। आपने किसानों को मुआवजा नहीं दिया, शराब दुकानों का एक्सपांशन कर रहे हो, गौशाला की बात कही, कहीं नजर नहीं आतीं। युवाओं को ग्रांट देने का वादा किया, किसी को नहीं दिया। कर्जमाफी तो दूर किसानों को गेहूं, धान का पैसा नहीं मिला, समर्थन मूल्य नहीं मिला। अब हमें सलाह दे रहे हो। मैं कहता हूं कि कमलनाथ जी हिम्मत है, तो मैदान में आ जाओ, प्रदेश की जनता लोकसभा चुनाव में अपना मिजाज बता चुकी है और विधानसभा चुनाव में की गई अपनी गलती को स्वीकार कर रही है।
कान खोल कर सुन लो, हम नागरिकता देकर ही दम लेंगे
अमित शाह ने कहा कि 12 जुलाई, 1947 को महात्मा गांधी ने कहा था कि जो लोग पाकिस्तान में रह गए हैं, वे कभी भी भारत आ सकते हैं, यहां उन्हें सारी सुविधाएं मिलेंगी। लेकिन राहुल बाबा आपने तो महात्मा गांधी को कब का छोड़ दिया। नेहरू जी ने कहा था, सरदार पटेल ने कहा था, आचार्य कृपलानी ने कहा था, राजेंद्र बाबू ने कहा था कि भारत उनकी स्वाभाविक जन्मूभूमि है और यहां उनका स्वागत है। शाह ने कहा कि कांग्रेस वालो, चाहे जितना विरोध कर लो, लेकिन हम इन शरणार्थी भाइयों को नागरिकता देकर ही दम लेंगे। देश पर जितना अधिकार हमारा है, उतना ही इन शरणार्थी भाईयों का भी हैं, हम इन्हें गले लगाकर आगे बढ़ेंगे।
जनता की इच्छा समझ लो कांग्रेस वालो, वर्ना साफ हो जाओगे
शाह ने कहा कि पाकिस्तान में इन हिंदू, सिख, सिंधी भाइयों पर अमानवीय अत्याचार हुए, लेकिन मानवाधिकारों की दुहाई देने वाले ठेकेदारों को इन शरणार्थी भाइयों पर हुए अत्याचार नहीं दिखते? क्या इनके मानवाधिकार नहीं हैं? अभी हाल ही में पवित्र धार्मिक स्थल ननकाना साहिब पर हमला हुआ, तोड़फोड़ की गई। वहां के ग्रंथी की बेटी जगजीत कौर को हमलावर उठा कर ले गए। क्या ये अत्याचार नहीं है? शाह ने कहा कि देश की जनता इन पीड़ित और प्रताड़ित भाइयों को शरण देना चाहती है। मैं कांग्रेस वालों से कहना चाहता हूं कि जनता की इच्छा की समझिए, वर्ना साफ हो जाओगे।
विरोध की वजह सिर्फ वोट बैंक की राजनीति
शाह ने कहा कि देश के बंटवारे के समय जो लोग पाकिस्तान में रह गए थे, उन्हें हमारे नेताओं ने आश्वासन दिया था कि आप जब भी आएंगे, भारत आपको सम्मान देगा। अब मोदी जी ने इन पीड़ित लोगों को नागरिकता देने का कानून बनाया, तो कांग्रेसी, वामपंथी, ममता दीदी, केजरीवाल, इसका विरोध कर रहे हैं। शाह ने कहा कि 1950 में नेहरू- लियाकत समझौता हुआ था, जिसमें नेहरू जी ने इन लोगों की देखभाल वचन दिया था। मैं कांग्रेसियों से पूछना चाहता हूं कि अब मोदी जी उस वचन को पूरा कर रहे हैं, तो क्यों उससे भाग रहे हो? पाकिस्तान से, बांग्लादेश से जो लोग भारत आए हैं, उनमें बड़ी संख्या में दलित हैं, मछुआरे हैं, नमोशूद्र हैं। मैं ममता दीदी से पूछना चाहता हूं कि क्या प्रॉब्लम है? उन्होंने कहा कि प्रॉब्लम कुछ नहीं है, ये सभी लोग वोट बैंक की राजनीति करते हैं। कहीं वोटबैंक नाराज न हो जाए, इसलिए उससे डरते हैं और सीएए का विरोध कर रहे हैं।
वोट बैंक के लालच में पाकिस्तान की भाषा बोल रहे विरोधी दल
शाह ने कहा कि मोदी जी ने कश्मीर से 370 और 35 ए हटाकर उसे भारत का अटूट हिस्सा बना दिया, कांग्रेस ने विरोध किया। राम मंदिर मुद्दे पर कांग्रेस के वकील कपिल सिब्बल कहते हैं कि राम जन्मभूमि पर मंदिर नहीं बनना चाहिए। मोदी जी ने सर्जिकल स्ट्राइक की, एयर स्ट्राइक की, ये पाकिस्तान की तरह उसके सबूत मांगते हैं। शाह ने पूछा कि जो लोग जेएनयू में देश के हजारों टुकड़े करने के नारे लगाते हैं, उन्हें जेल में होना चाहिए या नहीं? लेकिन केजरीवाल और राहुल बाबा कहते हैं उन्हें बचा लो, उन्हें बचा लो। मैं पूछना चाहता हूं कि क्या ये देशविरोधी नारे लगाने वाले आपके चचेरे भाई हैं? शाह ने कहा कि राहुल, केजरीवाल, ममता, इमरान खान इन सबकी भाषा एक जैसी क्यूं है? क्योंकि वोट बैंक के लालच में विपक्षी दलों के नेता पाकिस्तान की ही भाषा बोलने लगे हैं।
विरोधियों का झूठ उजागर हो, इसलिए कर रहे जनजागरण
शाह ने कहा कि लोग पूछते हैं कि जनजागरण अभियान की जरूरत क्यों पड़ी? मैं कहना चाहता हूं कि कांग्रेस, वामपंथी दल, ममता दीदी, केजरीवाल जैसे नेता नागरिकता संशोधन कानून को लेकर देश को गुमराह कर रहे हैं। ये कह रहे हैं कि इस कानून से अल्पसंख्यकों की नागरिकता छीनी जाएगी, मैं इन्हें चैलेंज करता हूं कि एक्ट में कहीं पर भी ऐसा प्रावधान हो तो बताएं। इसमें सिर्फ नागरिकता देने का प्रावधान है। मैं राहुल बाबा से पूछना चाहता हूं कि पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव के समय आपने अपने घोषणा पत्र में कहा था कि पाकिस्तान से आए लोगों को नागरिकता देंगे। अब क्यों लोगों को भड़का रहे हो। शाह ने कहा कि हम इसी लिए सीएए के मुद्दे पर जनजागरण कर रहे हैं ताकि लोगों को इस कानून की सच्चाई बताएं और उनके सामने केजरीवाल, ममता, राहुल जैसे नेताओं के झूठ को उजागर कर सकें। उन्होंने कहा कि मैं भारतीय जनता पार्टी के सभी कार्यकर्ताओं से आह्वान करता हूं कि वे घर-घर जाकर लोगों को इस कानून की सच्चाई बताएं।
मध्यप्रदेश की जनता ने लोकसभा चुनाव में मिजाज बता दिया कमलनाथ जी
शाह ने कहा कि मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ सोनिया मैडम को खुश करने के लिए बड़े जोर से कहते हैं मध्यप्रदेश में यह कानून लागू नहीं होगा। मैं कहना चाहता हूं कमलनाथ जी पहले प्रदेश को तो ठीक कर लो। आपने किसानों को मुआवजा नहीं दिया, शराब दुकानों का एक्सपांशन कर रहे हो, गौशाला की बात कही, कहीं नजर नहीं आतीं। युवाओं को ग्रांट देने का वादा किया, किसी को नहीं दिया। कर्जमाफी तो दूर किसानों को गेहूं, धान का पैसा नहीं मिला, समर्थन मूल्य नहीं मिला। अब हमें सलाह दे रहे हो। मैं कहता हूं कि कमलनाथ जी हिम्मत है, तो मैदान में आ जाओ, प्रदेश की जनता लोकसभा चुनाव में अपना मिजाज बता चुकी है और विधानसभा चुनाव में की गई अपनी गलती को स्वीकार कर रही है।
धिक्कार है मुख्यमंत्री कमलनाथ और उनकी पार्टी परः राकेश सिंह
गृहमंत्री अमित शाह का स्वागत करते हुए प्रदेश अध्यक्ष राकेश सिंह ने कहा कि आज स्वामी विवेकानंद जी की जयंती है, जिनका नाम नरेंद्र था। 127 साल पहले महान नरेंद्र ने पूरे विश्व में भारतीयता की अलख जगाई थी, आज हमारे नरेंद्र मोदी ने पूरे विश्व में भारत का मान और सम्मान बढ़ाया है। सिंह ने कहा कि इतनी जल्दी 6 माह के भीतर देश का चित्र बदल जाएगा, यह हमने कभी सोचा नहीं था। उन्होंने कहा कि हम मुस्लिम बहनों को तीन तलाक से मुक्ति दिलाने के लिए, धारा-370 और 35 ए को समाप्त करने के लिए, भगवान राम के मंदिर के निर्माण के लिए और अब पाकिस्तान, बांग्लादेश और अफगानिस्तान से आए शरणार्थी आज भारत के नागरिक बनने वाले हैं, इन सब के लिये नरेंद्र मोदी के नेतृत्व का हम आभार व्यक्त करते हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ कहते हैं कि वह प्रदेश की धरती पर नागरिकता संशोधन कानून लागू नहीं होने देंगे। जो इस देश के नागरिक हैं वह कैसे इस देश की धरती से अलग रह सकते हैं। उन्होंने कहा कि एक संवैधानिक पद पर बैठा व्यक्ति कैसे इतना बड़ा झूठ बोल सकता है। जब देश की संसद ने कोई कानून पारित कर दिया तो उसे लागू करने से कोई रोक नहीं सकता। सिंह ने कहा कि धिक्कार है ऐसे मुख्यमंत्री पर और उनकी पार्टी पर जो मासूमों की लाशों पर भी राजनीति करते हैं। मध्यप्रदेश की जनता आपको बर्दास्त नहीं करेगी। जब भी मध्यप्रदेश में चुनाव होंगे तो पता चलेगा कि आपकी करतूत के कारण कांग्रेस कितने नीचे पहुंच चुकी है।
21 वीं सदी को भारत की बनाने के लिये प्रयास कर रहे मोदी जीः शिवराज सिंह
पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष व पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि स्वामी विवेकानंद ने कहा था कि मनुष्य केवल साढे तीन हाथ का पुतला नहीं वह अमृत का पुत्र और ईश्वर का अंश है, अनंत शक्तियों का भण्डार है। उनके इस कथन को नरेन्द्र मोदी और अमित शाह करके दिखा रहे है। स्वामी जी ने वैभवशाली, गौरवशाली, संपन्न, समृद्ध और शक्तिशाली भारत का निर्माण का जो सपना देखा था, आज नरेन्द्र मोदी एवं अमित शाह ऐसे भारत का निर्माण कर रहे हैं। धारा 370 हटाने, तीन तलाक, राम मंदिर के निर्माण का सपना साकार कर के दिखाया है। मोदी है तो मुमकिन है के नारे को अमित शाह ने सम्भव किया है। उन्होंने कहा कि सीएए माध्यम से धर्म के आधार पर प्रताड़ित लाखो शरणार्थी लोंगों को नागरिकता देने के लिए नरेन्द्र मोदी व अमित शाह भगवान बन कर आये हैं। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री कमलनाथ कहते हैं देश की संसद ने कानून पारित किया तो प्रदेश में लागू नहीं होने देंगे। शराब की दुकानें खुलवाएंगे, प्रदेश को शराब के नशे में डुबाना चाहते हैं। उन्होंने मुख्यमंत्री कमलनाथ को चेतावनी देते हुए कहा कि सीएए कानून तो मध्यप्रदेश की धरती पर लागू होकर रहेगा और यदि नहीं करोगे तो प्रदेश की लाखों जनता सडकों पर उतरेगी, उसे कैसे रोकोगे? चौहान ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के खानदान की बात करने वालो अपने गिरेबान में झांक कर देखों। उन्होंने कहा कि स्वामी विवेकानंद ने कहा था कि 21वीं सदी भारत की होगी और इसके लिए नरेंद्र मोदी और अमित शाह निरंतर प्रयास कर रहे हैं।
दुखी, पीड़ित लोगों को शरण देना हमारी संस्कृति रही हैः गोपाल भार्गव
नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव ने कहा कि नरेंद्र मोदी देश के नवनिर्माण में लगे हैं। लेकिन कांग्रेस और विपक्षी दल को देश का विकास रास नहीं आता। इन लोगों का एकमात्र काम सरकार को गाली देना, देश के गद्दारों को सम्मानित करना और अफजल, कसाब के समर्थन में नारे लगाना है। नरेंद्र मोदी का विरोध करते-करते यह लोग देश हित के निर्णयों का भी विरोध कर रहे हैं। यह वहीं लोग हैं जो आतंकियों को जी शब्द का संबोधन करना ही अपनी बौद्धिक प्रगति समझते हैं। उन्होंने कहा कि हमें यह समझना होगा कि एक साजिश के तहत भारत की अस्मिता पर हमला करने के लिए काम हो रहा है। हमें इन लोगों का जवाब जनता के बीच जनजागरण के माध्यम से करना है। उन्होंने कहा कि दुखी, पीड़ित लोगों को शरण और सुरक्षा देने की हमारी पुरातन संस्कृति रही है। उसी को आगे बढ़ाते हुए पाकिस्तान, अफगानिस्तान और बांग्लादेश में धार्मिक आधार पर यातनाएं झेल रहे अल्पसंख्यकों की रक्षा करना और उन्हें नागरिकता देना भारत का कर्त्तव्य है। नरेंद्र मोदी और अमित शाह उसी कर्त्तव्य को पूरा कर रहे हैं।
मोदी जी, शाह जी के नेतृत्व में भारत की साख मजबूत हुई : फग्गनसिंह कुलस्ते
केंद्रीय मंत्री फग्गनसिंह कुलस्ते ने कहा कि नरेंद्र मोदी और अमित शाह ने अभूतपूर्व निर्णय लिए हैं। देश प्रगति के पथ पर आगे बढ़ा है वहीं भारत की साख ऊंची हुई है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के नेताओं ने तुष्टिकरण की राजनीति कर समाज को बांटने का काम किया। लेकिन मोदी सरकार सबका साथ-सबका विकास की नीति पर काम कर रही है। ऐसा कोई वर्ग नहीं है, जिसके लिए सरकार ने काम न किया हो। महिलाओं, युवाओं, किसानों, अल्पसंख्यकों, अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति और पिछड़ों को सम्मान देने का काम मोदी सरकार कर रही है। कुलस्ते ने कहा कि नागरिकता संशोधन कानून को लेकर विपक्षी दल भ्रम फैला रहे हैं, क्योंकि नीतिगत विरोध करने के लिए उनके पास कोई मुद्दा नहीं है। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान से आए पीड़ित, शोषित शरणार्थियों में सबसे अधिक संख्या दलितों की है। कांग्रेस कानून का विरोध कर दलित विरोधी काम कर रही है।
झलकियां :-
1- विवेकानन्द जयंती के अवसर पर प्रतीक चिन्ह के रूप में विवेकानन्द जी की प्रतिमा भेंट की।
2- सिंधी समाज के पांच परिवारों के मुखियाओं का सम्मान किया गया।
3- सिक्ख समाज के प्रतिनिधियों द्वारा गृहमंत्री जी को सरोपा भेंट किया गया।
4- सभा स्थल मैदान के बाहर भी लोगों की भारी भीड़ एकत्र थी।
5- कार्यक्रम उपरान्त कार्यकर्ताओं द्वारा सभा स्थल की सफाई की गई।
6- युवाओं ने सीएए के समर्थन वाली तख्तियां लहराते हुए नारे लगाए।
7- भारतमाता की जय.........., मोदी है तो मुमकिन.........., मोदी राम तो अमित शाह हनुमान......., नारों के साथ जनता में उत्साह दिखा।
इस अवसर पर मंच में प्रदेश संगठन महामंत्री सुहास भगत, संभागीय संगठन मंत्री शैलेन्द्र बरूआ, विजेश लूणावनत, प्रदेश मीडिया प्रभारी लोकेन्द्र पाराशर, प्रदेश मंत्री कन्हैराम रघुवंशी, पूर्व मंत्री शरद जैन, अजय विश्नोई, जिला अध्यक्ष जी.एस. ठाकुर, मनोरोमा, राजू तिवारी, डॉ. अभिलाष पाण्डे, इंदू तिवारी, नंदनी मरावी, प्रतिभा सिंह, अंचल सोनकर, हरजीतसिंह बब्बू सहित पार्टी पदाधिकारी एवं कार्यकर्ता उपस्थित थे। कार्यक्रम का संचालन जिला अध्यक्ष जी.एस. ठाकुर एवं आभार व्यक्त जबलपुर ग्रामीण जिला अध्यक्ष रानू तिवारी ने किया।