कंस, कौरव, रावण की याद दिला रहा है कांग्रेस सरकार का अन्याय : शिवराज सिंह चौहान


अशोकनगर। कांग्रेस की यह सरकार जिस तरह का अन्याय कर रही है, उसे देखकर कंस, रावण और कौरवों की याद आ रही है। लेकिन इस सरकार को याद रखना चाहिए कि कंस ने देवकी के 8 वें पुत्र को मारने के लिए पूतना, भस्मासुर जैसे कई राक्षस भेजे, लेकिन ये कृष्ण का कुछ नहीं कर पाए। रावण ने,  कौरवों ने कई हथकंडे अपनाए, लेकिन अपना राज नहीं बचा पाए। प्रदेश सरकार हमारे धैर्य की परीक्षा ना ले, किसी के ताज-तख्त ज्यादा दिन नहीं रहते। जनता जब अपने पर आती है, तो अच्छी-अच्छी सरकारें उखड़ जाती हैं। यह बात पूर्व मुख्यमंत्री और भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष  शिवराजसिंह चौहान ने अशोकनगर में शुक्रवार को आयोजित जनसभा में कही।


भाजपा कार्यकर्ताओं को टारगेट कर रही कांग्रेस सरकार


                 चौहान ने कहा कि शराब माफिया, रेत माफिया, परिवहन माफिया मध्यप्रदेश को लूट रहा  है, लेकिन प्रदेश की कांग्रेस सरकार उन पर कार्रवाई नहीं कर रही है। माफिया पर कार्रवाई के नाम पर भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ताओं को टारगेट किया जा रहा है। इस सरकार ने हमारे एक कार्यकर्ता का होटल तोड़ा और उसके 90 वर्षीय बुजुर्ग पिता पर केस लगा दिया। उन्होंने कहा कि यह सब जनता का ध्यान भटकाने की कवायद है। ये एक पर कार्रवाई कर रहे हैं और उसका डर बताकर दस लोगों से पैसा ले रहे हैं। माफिया पर कार्रवाई के नाम पर कांग्रेसियों का घर भरने का धंधा चल रहा है।


चेतावनी देने आया हूं, हम अन्याय के खिलाफ लड़ेंगे


                 चौहान ने कहा कि आज यहां शॉर्ट नोटिस पर आए हैं, जिसमें इतनी भीड़ है। यदि तैयारी से आते, तो क्या होता। उन्होंने कहा कि पूर्व सांसद यह जान लें कि यह राजतंत्र नहीं है। अधिकारी भी यह सुन लें और गलत कार्रवाई का समर्थन न करें।  चौहान ने कहा कि हम चाहते हैं कि भाजपा नेता अशोक पाटनी से मारपीट करने वाले गिरफ्तार हों, देवेंद्र ताम्रकार पर दर्ज प्रकरण की निष्पक्ष जांच हो। सरकार अपने वचन पत्र के वादे पूरे करे। आम नागरिक, दुकानदार और व्यापारी परेशान न हों। उन्होंने कहा कि मैं सरकार को चेतावनी देने आया हूं कि यदि यही रवैया रहा, तो जनविद्रोह होगा। हम अन्याय के खिलाफ सड़कों पर लड़ेंगे और सरकार का सड़क पर निकलना बंद कर देंगे।


हम इंदिरा जी से नहीं डरे, अब क्या डरेंगे


                पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि मैंने 15 साल की उम्र में जेपी आंदोलन में भाग लिया। 17 साल की उम्र में इमर्जेंसी में जेल गया। पुलिस वाले ने मुझसे कहा कि माफी मांग लो, इंदिरा जी से क्या लड़ोगे। मैंने कहा माफी नहीं मांगूंगा। मैंने उस पुलिस वाले से कहा था कि सरकारें आती-जाती रहती हैं, अगर हमारी सरकार आ गई, तो क्या करोगे? पुलिस वाले ने कहा कि नौकरी छोड़ दूंगा। इमर्जेंसी हट गई और हमारी सरकार आ गई। उस पुलिस वाले ने माफी मांगी।  चौहान ने कहा कि प्रशासन के अधिकारी सरकार के भरोसे न रहें। कांग्रेस के नेता और पूर्व सांसद भी सुन लें, हम इंदिरा जी से नहीं डरे, तो अब क्या डरेंगे?


क्या वचन पत्र में लिखा था अन्याय करेंगे?


                पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि कांग्रेस की सरकार प्रदेश की जनता, भाजपा कार्यकर्ताओं के साथ अन्याय कर रही है, क्या कांग्रेस ने अपने वचन पत्र में ये लिखा था क्या कि सरकार बनने पर हम अन्याय करेंगे? उन्होंने कहा कि इस सरकार ने अपने वचन पत्र का कोई वादा पूरा नहीं किया। कर्ज माफ हुआ नहीं, बोनस मिला नहीं। किसी को कुछ मिला क्या? एक पैसा भी नहीं मिला। बिजली के बिल हॉफ हुए क्या? बेरोजगार युवाओं को चार हजार रुपये मिले क्या? स्व सहायता समूहों का कर्ज माफ हुआ क्या? कांग्रेस ने पेट्रोल-डीजल सस्ता करने की बात कही थी, अब कमलनाथ देश में सबसे महंगा पेट्रोल बेच रहे हैं। अतिथि विद्वान भोपाल में धरना दे रहे हैं, कोई सुनवाई नहीं हो रही। हमारे कर्मचारी मित्रों की और कितनी बेइज्जती होगी, रोज उनके ट्रांसफर हो रहे हैं। ट्रांसफर कैंसिल कराने के पैसे ले रहे हैं।


शराब माफिया को दिया नए साल का तोहफा


   चौहान ने शराब की उपदुकान खोलने की अधिसूचना जारी करके शराब माफिया को नए साल का तोहफा दिया है। उन्होंने कहा कि सरकार बस यह चाहती है कि प्रदेश के लोग पियें और पड़े रहें। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार ने शराब की नई दुकानें नहीं खुलने दी थीं, लेकिन इन्होंने शराब ठेकेदारों को कह दिया कि कुछ पैसे दो और उप दुकानें खोल लो। उन्होंने कहा कि शराब के नशे में बड़े-बड़े अपराध होते हैं और मैं मुख्यमंत्री कमलनाथ से कहना चाहता हूं कि सरकार ये फैसला वापस ले। उन्होंने कहा कि ये सरकार माफिया पर कार्रवाई की बात कर रही है और शराब माफिया को पैर पसारने का मौका दे रही है।