किताबें हमे जीने के तौर तरीकों के साथ-साथ जीवन के मूल्यों को भी सीखती हैं - प्रो० आईआईटी रुड़की


कानपुर।


शुक्रवार को स्टेप एच० बी० ट० आई ० में  आई० आई० टी० रूड़की से आये  प्रोफेसर विनय शर्मा ने छात्रों को प्रबंधन के मूल्यों के बारे में  बताया । उन्होंने बताया कि कैसे छात्रों को अपने आसपास के वातावरण से प्रबंधन को विस्थापित करने मे मदद मिलेगी । छात्रों को अगर जीवन में उचाईयों को छूना है तोह पहले उनको किताबों से सीखने की जरूरत है ,  क्योंकि किताबें हमे जीने के तौर तरीकों के साथ साथ जीवन के मूल्यो को भी सीखती है । उन्होंने अपनी प्रबंधन के रिसर्च को छात्रों को समझाया जिससे लोग कैसे अपने देश में राह कर जीवन को न कि सुगम बना सकते है और साथ साथ लोगो के लिए नई राह भी विस्थापित कर सकते है ,  स्टेप एच०बी०टी०आई० में आज आई० आई० टी० रूड़की से आये  प्रोफेसर विनय शर्मा ने छात्रों को प्रबंधन के मूल्यों के बारे में छात्रों को बताया । उन्होंने बताया कि कैसे छात्रों को अपने आसपास के वातावरण से प्रबंधन को विस्थापित करने मे मदद मिलेगी । छात्रों को अगर जीवन में उचाईयों को छूना है तोह पहले उनको किताबों से सीखने की जरूरत है ,  क्योंकि किताबें हमे जीने के तौर तरीकों के साथ साथ जीवन के मूल्यो को भी सीखती है । उन्होंने अपनी प्रबंधन के रिसर्च को छात्रों को समझाया जिससे लोग कैसे अपने देश में राह कर जीवन को न कि सुगम बना सकते है और साथ साथ लोगो के लिए नई राह भी विस्थापित कर सकते है ,  प्रोफेसर विनय शर्मा  वह विपणन में एक प्रख्यात विद्वान है और उन्होंने कई कॉर्पोरेट नौकरियां की हैं।  उन्होंने कहा कि नौकरी आपकी शिक्षा का एक उत्पाद हो सकती है, लेकिन अंतिम परिणाम नहीं हो सकता है, नौकरी अंतिम परिणाम नहीं होनी चाहिए।   


सकल चन्द्र पटेल विश्वविद्यालय ने एच0बी0टी0यू0 के साथ शैक्षिक व रिसर्च हेतु एम0ओ0यू0 किया


हम लोगों की जीवन शैली में बदलाव कैसे ला सकते हैं। उन्होंने हमें किताबें पढ़ने का महत्व बताया। उन्होंने कहा कि हमें इस बात का विश्लेषण करना चाहिए कि सबसे अधिक दर्द क्या है और हमें उस विशेष विषय पर शोध करना चाहिए। आखिर में उन्होंने कहा  एक पंक्ति में परिभाषित करने में सक्षम होना चाहिए कि हम जीवन में क्या बनना चाहते हैं। छात्रों को दिन की सुरुआत एक नई सोच के साथ करनी चाहिए और जो बच्चा अपने दर्द को पहचान कर के उसके निवारण की बात सोचता है वही एक  नए छोर पर पहुच सकता है । उपप्रबंधक डॉ. संजीव मिश्र व डॉ. सीके तिवारी ने स्वागत, डॉ. प्रभात द्विवेदी ने परिचय व प्राचार्य डॉ. आशीष त्रिवेदी ने धन्यवाद ज्ञापन किया।