लखनऊ । उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य के निर्देशों के क्रम में लोक निर्माण विभाग के कार्यो मे और अधिक सुधार लाने तथा कम खर्च मे अच्छे निर्माण कार्य कराने,व आधुनिक तकनीकी का इस्तेमाल करने के उद्देश्य से बाह्य कंसलटेंट चयन करने हेतु प्रारंभिक प्रस्तुतीकरण की प्रक्रिया प्रारंभ हो गई है। विभिन्न कंसलटेंट एजेंसियों ने 2 दिन अपने सुझाव विचारों की प्रस्तुति की ।प्रस्तुतीकरण के दूसरे दिन आज लोक निर्माण विभाग के प्रमुख सचिव नितिन रमेश गोकर्ण, मुख्यमंत्री के आर्थिक सलाहकार के 0वी0 राजू ,सचिव लोक निर्माण ,रंजन कुमार व लोक निर्माण विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों के समक्ष 14 जानी मानी और उच्च स्तरीय कंसलटेंट कंपनियों द्वारा अपनी अपनी विशेषताओं का प्रस्तुतीकरण लो0 नि0 वि0 मुख्यालय के सभागार मे किया गया ।विभिन्न कंपनियों ने लोक निर्माण विभाग के द्वारा निर्धारित छह बिंदुओं पर अपने अपने विचार रखे गए। उनके विचारों पर मुख्यमंत्री के आर्थिक सलाहकार के0वी 0राजू ,प्रमुख सचिव लो0नि0वि0नितिन रमेश गोकर्ण, सचिव रंजन कुमार सहित लोक निर्माण विभाग के उच्चाधिकारियों ने क्राश सवाल भी किए ।प्रस्तुतीकरण के दौरान राज्य मार्गों एवं मुख्य मार्गों के किनारे जन सुविधाएं उपलब्ध कराने ,मार्गों के रोड सेफ्टी ,मार्गो, सेतुओ और भवनों के निर्माण व मरम्मत में नई तकनीकों का उपयोग, लोक निर्माण विभाग, सेतु निगम तथा निर्माण निगम के पुनर्गठन ,रोड डेवलपमेंट कारपोरेशन ,कार्बन फुट प्रिंट मैनेजमेंट सिस्टम प्लानिंग, डिजाइनिंग, प्रोजेक्ट मैनेजमेंट, मेंटेनेंस कोऑर्डिनेशन ,डिजाइनिग एंड सुपरविजन कोर रोड नेटवर्क, फाइनेंस , रियल टाइम मॉनिटरिंग ग्लोबल एनवायरमेंटल फैसिलिटी ,क्वालिटी कंट्रोल ,प्रोजेक्ट मैनेजमेंट आदि के बारे में इन कंपनियों ने अपने अपने प्रस्तुतियां दी। हैदराबाद , बेलापुर महाराष्ट्र , नोएडा आईआईएम इंदौर,कोलकाता आदि की कंसलटेंट कंपनियों के प्रतिनिधियों ने अपने विचार रखें ।प्रस्तुतीकरण के दौरान ई0 जे0के0 बांगा,संजय श्रीवास्तव सहित उत्तर प्रदेश के अन्य कई विभागों के वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे।
लोक निर्माण विभाग में बाह्य कंसलटेंट के चयन हेतु प्रारंभिक प्रस्तुतीकरण प्रक्रिया प्रारंभ