वाराणसी। शहर के महाश्मशान मणिकर्णिका घाट पर वैदिक मन्त्रों के बीच गोरखपुर के सांसद व फ़िल्म अभिनेता रवि किशन के पिता श्याम नारायण शुक्ला पंचतत्व में विलीन हो गए । इस दौरान बड़ी संख्या में काशी के लोग व विभिन्न राजनैतिक पार्टी के उपस्थित थे।
मणिकर्णिका घाट पर श्याम नारायण शुक्ला के बड़े बेटे और रवि किशन के बड़े भाई राम शुक्ला ने उन्हें मुखाग्नि दी । सांसद और फ़िल्म अभिनेता किशन ने बताया कि पिता श्याम नारायण शुक्ला उम्र लगभग 92 वर्ष की थी । पिता जी काफी दिनों से बीमार चल रहे थे और उनका इलाज मुंबई में चल रहा था । पिता जी की अंतिम इच्छा थी कि वह अपना देह बाबा विश्वनाथ की नगरी काशी में त्यागे , इसलिए उनके अंतिम समय में उन्हें यहां लाया गया ।
पिता को याद करते हुए सांसद रवि किशन ने कहा कि ' 31 दिसम्बर तो हर साल आएगा लेकिन मैं शब्दों में बयां नहीं कर सकता कि आज मैने क्या खो दिया है । अंतिम संस्कार में शामिल होने पहुंचे रवि किशन अपने पिता को याद करते हुए काफी भावुक हो गए । उन्होंने कहा कि मेरा कोई गुरु नहीं था । न ही मैंने भगवान को देखा है । आध्यात्म से लेकर जीवन जीना पिता जी ने ही मुझे सिखाया । वो मेरे गुरु भी थे और भगवान भी । आज मैं बहुत अकेला हो गया हूं । '
रवि किशन के पिता के पिता का काशी में निधन, मणिकर्णिका घाट पर हुई अंत्येष्टि