युवाओं की भावनाओं से खिलवाड़ कर रही सरकारः गोपाल भार्गव


भोपाल। नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव ने युवाओं के मुद्दे पर प्रदेश की कांग्रेस सरकार को आड़े हाथों लिया है। उन्होंने कहा है कि अब तक हर मोर्चे पर विफल रही प्रदेश की कमलनाथ सरकार एक बार फिर से युवाओं की भावनाओं से खिलवाड़ करने की तैयारी कर रही है। कांग्रेस ने विधानसभा चुनाव से पहले अपने वचन पत्र में युवाओं को लेकर जो वादे किए थे, वे तो अब तक पूरे नहीं कर सके हैं और अब फिर से युवाओं को रोजगार के सपने दिखाकर उनकी भावनाओं से खेल रहे हैं। नेता प्रतिपक्ष ने कहा है कि कांग्रेस सरकार ने एक साल में युवाओं को 100 दिन का रोजगार तो दिया नहीं और अब उन्हें 365 दिन का रोजगार देने का खोखला दावा करने जा रही है। उन्होंने कहा कि सरकार को युवाओं से ज्यादा चिंता नगरीय निकाय चुनाव की है। चुनाव में युवाओं के वोट लेने के लिए उन्हें 365 दिन का रोजगार देने का सपना दिखाया जा रहा है। नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव ने कहा है कि यदि कांग्रेस सरकार को युवाओं की इतनी चिंता है तो फिर केंद्र सरकार द्वारा चलाई जा रही प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना को प्रदेश में क्यों नहीं शुरू किया जा रहा है। जब से प्रदेश में कांग्रेस की सरकार आई है तब से अब तक इस योजना के तहत युवाओं को दिए जाने वाले प्रशिक्षण कार्यक्रम पूरी तरह से बंद है। देश के अन्य राज्यों में इस योजना से लाखों युवाओं को लाभ हुआ है। यह योजना केंद्र सरकार की है, इसलिए प्रदेश की कमलनाथ सरकार इसको शुरू नहीं कर रही है, जबकि भाजपा शासनकाल में इस योजना के जरिए प्रदेश के हजारों बेरोजगार युवाओं को प्रशिक्षण कार्यक्रम के जरिए रोजगार के अवसर उपलब्ध हुए हैं। नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव ने कहा है कि अब तो प्रदेश के युवा भी सरकार की रीति-नीति को समझ गए हैं। यही कारण है कि वे भी सरकार की योजनाओं में दिलचस्पी नहीं ले रहे हैं, इसीलिए उन्होंने इस योजना के जरिए रजिस्ट्रेशन नहीं कराए हैं। मध्यप्रदेश में युवाओं की संख्या करीब 60 लाख से ज्यादा है, लेकिन एक साल में अब तक कुल 4 लाख 2 हजार 448 युवाओं ने ही पंजीयन कराया है। इसमें से सरकार रोजगार मेलों में करीब 17 हजार 506 युवाओं को ही नौकरी दे सकी है। इसी तरह अन्य  रोजगार के दावे भी सरकार द्वारा।किए जा रहे हैं, लेकिन ये दावे भी पूरी तरह से खोखले ही हैं।


एक साल में बढ़ गए 7 लाख बेरोजगार’


नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव ने कहा है कि जहां प्रदेश में एक साल में ही बेरोजगार युवाओं की संख्या 7 लाख बढ़ गई है, वहीं सरकार अब तक ऐसे युवाओं की ही नियुक्ति नहीं कर सकी है, जो कि विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं में सफल हुए हैं। पटवारी परीक्षा में चयनित हुए उम्मीदवार अब तक अपनी नियुक्ति का इंतजार कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश में लगातार बेरोजगार युवा बढ़ रहे हैं और सरकार उनको नए-नए सपने दिखा रही है।