मनावर की घटना को मुखरता से विधानसभा में उठायेंगे :भार्गव


भोपाल। नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव ने कहा कि धार के मनावर में हुई तालिबानी घटना समाज को शर्मसार करने वाली हैं। मध्यप्रदेश किस ओर बढ़ रहा है?  यह घटना दर्शाती है कि प्रदेश में तालिबानी युग की शुरुआत हो चुकी है। उन्होंने कहा कि पिछले 1 साल में मध्यप्रदेश में दलितों आदिवासियों पर अत्याचार और सौहार्द में खलल डालने वाली घटनाएं हुई है। सरकार की उदासीनता के कारण ऐसी घटनाएं हो रही है। इस घटना के लिए भी कमलनाथ सरकार पूरी तरह जिम्मेदार है। उन्होंने कहा कि विधानसभा के बजट सत्र में मॉब लिंचिंग की इस घटना को स्थगन सूचना के माध्यम से उठाकर सरकार से जवाब मांगेंगे। उन्होंने कहा कि कमलनाथ राज में लोगों को भीड़ ने पीटा और 1 व्यक्ति की बेरहमी से हत्या कर दी। यह तालिबानी घटना मध्यप्रदेश की शांतिप्रिय पहचान को शर्मसार करती है। नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि मुख्यमंत्री कमलनाथ आपने 1 साल में बना नया मध्यप्रदेश बना ही दिया। शांति का टापू कहा जाने वाला मध्यप्रदेश अब एक साल में हिंसा का अड्डा बन गया है। भार्गव ने कहा कि ’दलितों एवं आदिवासियों की हत्या हो रही है। मुख्यमंत्री कमलनाथ वक़्त है बदलाव का नारा देते है, वास्तव में मध्यप्रदेश बदल गया है। मध्यप्रदेश को कांग्रेस की नजर लग गयी। नेता प्रतिपक्ष भार्गव ने कहा कि समाज मे ऐसी  चिंतनीय है। सरकार ऐसी घटनाओं पर तत्काल रोक लगाएं और दोषी कोई भी हो उसे दण्ड दे ताकि ऐसी घटनाओं की प्रदेश में पुनरावृत्ति न हो। 


विधानसभा में उठाएंगे मुद्दा


नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव ने कहा कि धार मनावर की घटना समाज को शर्मसार करती है। सरकार की नाकामी और प्रदेश की बिगड़ती कानून व्यवस्था के कारण ऐसी घटनाएं हो रही है। विधानसभा के बजट सत्र में बिगड़ती कानून व्यवस्था पर सरकार को जवाब देना होगा। धार मनावर की इस घटना पर सरकार से हम सवाल पूछेंगे। इस तालिबानी घटना के लिए कमलनाथ सरकार जिम्मेदार है।


शांति के टापू मध्यप्रदेश को कांग्रेस ने हिंसा का अड्डा बन दिया : गोपाल भार्गव


मुख्यमंत्री राजगढ कलेक्टर पर अविलंब कार्यवाही करे


भार्गव ने राजगढ कलेक्टर निधि निवेदिता द्वारा एएसआई को थप्पड मारने के आरोप प्रमाणित होने की पुलिस की जांच रिपोर्ट सामने आने पर कहा कि सरकार दोषी अधिकारियों को बचाने में लगी है। सुबह गृहमंत्री जांच रिपोर्ट के बाद कार्यवाही की बात करते है, लेकिन मुख्यमंत्री के दबाव के बाद शाम को जांच रिपोर्ट न मिलने की बात कहते है। उन्होंने कहा कि डीजीपी ने सरकार को जांच रिपोर्ट सौंपकर न्याय की गुहार की है। अब मुख्यमंत्री को अविलंब कार्यवाही करते हुए कलेक्टर को हटाना चाहिए और किसी भी जिले में उनकी पदस्थापना न करे क्योंकि वे फिर से ऐसी घटना की पुर्नवृत्ति कर सकती है।