मेकिंग इन इंडिया में एमबीडीए


 लखनऊ। डिफेक्सपो  में प्रदर्शित एमबीडीए कि एलएंडटी एमबीडीए मिसाइल सिस्‍टम्‍स लि. ने भारतीय सशस्‍त्र बलों के लिए अपनी पहली बोली प्रस्‍तुत की है - इसके तहत कंपनी ने मेक इन इंडिया लक्ष्‍य के साथ भारतीय नौसेना के शॉर्ट-रेंज सरफेस टू एयर मिसाइल (एसआरएसएएम) आवश्‍यकता के लिए अपनी आरएफपी प्रतिक्रिया में, नवीनतम पीढ़ी का नेवल एयर डिफेंस सिस्‍टम सी-सेप्‍टर की पेशकश की है। संयुक्‍त उपक्रम के इतिहास में इस तरह का कदम बहुत जल्‍दी उठाया गया है, जिसने Defexpo के 2018 में आयोजित पिछले संस्‍करण में अपनी शुरुआत की थी।


यह साल विशेषरूप से उल्‍लेखनीय है क्‍योंकि इस साल भारतीय वायु सेना के लिए भारत में पहला राफेल लड़ाकू विमान आने वाला है, जो एमबीडीए के गेम चेंजिंग हथियारों से सुसज्जित होगा, जिसमें SCALP डीप स्ट्राइक और Meteor एयर-टू-एयर मिसाइल शामिल हैं।एमबीडीए को मिसाइन प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में एक अग्रणी के रूप में विश्‍वस्‍तर पर मान्‍यता प्राप्‍त है।   


एमबीडीए आईसीओ टीम ने भारत की रक्षा-औद्योगिक क्षमताओं को विकसित करने के लिए प्रौद्योगिकी का व्‍यापक और महत्वपूर्ण स्‍थानांतरण किया है। इसमें MICA मिसाइल के 15 प्रमुख सब-असेंबलीज का भारतीय उद्योगों द्वारा विनिर्माण शामिल हैं, जिसमें विभिन्‍न जटिल प्रौद्योगिकी जैसे मैकेनिकल, इलेक्‍ट्रीकल, इलेक्‍ट्रोमैकेनिकल और पायरोटेक्‍निक आइटम्‍स समाहित हैं। Mistral और ASRAAM मिसाइल के लिए भी भारत की रक्षा-औद्योगिक क्षमताओं के निर्माण के लिए इसी तरह के स्‍थानांतरण किए गए हैं, जिसमें औद्योगिक क्षमताओं की स्‍थापना, पूर्ण मिसाइल एकीकरण और फाइनल असेंबली और परीक्षण के लिए प्रौद्योगिकी का स्‍थानांतरण (ToT) शामिल है।


एलएंडटी एमबीडीए मिसाइल सिस्‍टम्‍स लिमिटेड, भारतीय सशस्त्र बलों के लिए जटिल हथियार क्षमताओं की अगली पीढ़ी को उपलब्‍ध कराने और जटिल हथियार क्षेत्र में भारत के रक्षा उद्योग की क्षमताओं को विकसित करने के लिए एमबीडीए का एक जरिया है। एलएंडटी एमबीडीए मिसाइल सिस्‍टम्‍स लिमिटेड का फिर से अपना एक अलग स्‍टैंड होगा और यहां SRSAM, ATGM5 और Exocet MM40 B3 सहित कई उत्‍पादों का प्रदर्शन किया जाएगा।


इसका सबसे रोमांचक उदाहरण है ATGM5, जिसे भारत की विशिष्‍ट परिचालन आवश्‍यकताओं को पूरा करने के लिए भारत में ही डिजाइन और निर्मित किया जाएगा। ATGM5 को MMP युद्धक्षेत्र एंटी-टैंक हथियार की अगली पीढ़ी की प्रौद्योगिकी पर तैयार किया जाएगा, जो पहले से ही फ्रांस में उपयोग किए जा रहे हैं। घरेलू रक्षा उद्योग क्षेत्र को बढ़ावा देने के लिए ATGM5 वास्‍तविक रूप से भारत में डिजाइन, विकसित और निर्मित (आईडीडीएम) उत्‍पाद होगा, जिसमें भारत के लिए अगली पीढ़ी की प्रमुख तकनीकों का स्‍थानांतरण शामिल है। ATGM5 के लिए एक नया कार्यात्मक सिमूलेटर DEFEXPO 2020 में पहली बार पेश किया जाएगा।


Exocet MM40 Block 3 लोकप्रिय Exocet मिसाइल परिवार का नवीनतम संस्‍करण है, इसमें सिस्‍टम की रेंज को 200 किलोमीटर से अधिक करने के लिए मिसाइल के पारंपरिक रॉकेट मोटर को टर्बोजेट के साथ प्रतिस्‍थापित करना शामिल है, जबकि मिसाइल के पहले से ही उत्‍कृष्‍ट नेवीगेशन सिस्‍टम को और भी बेहतर बनाया गया है। भारतीय सशस्‍त्र बल पहले से ही SM 39 का संचालन कर रहे हैं, जो Exocet परिवार का हिस्‍सा है, अन्‍य परिचालन क्षेत्रों में भी Exocet का उपयोग करना एक तार्किक कदम है। ऐसा करने से, यह महत्‍वपूर्ण परिचालन, लॉजिस्टिक और प्रशिक्षण लाभ प्रदान करेगा। मध्‍यम श्रेणी एंटी-शिप मिसाइल के लिए भारत के आरएफआई के जवाब में एलएंडटी एमबीडीए मिसाइल सिस्‍टम्‍स लिमिटेड द्वारा MM40 Exocet Block 3 को पेश किया गया हैऔर इसे एलएंडटी एमबीडीए मिसाइल सिस्‍टम्‍स लिमिटेड के स्‍टैंड पर भी प्रदर्शित किया जाएगा।


एमबीडीए अपने स्‍टैंड पर मिसाइल और मिसाइल सिस्‍टम्‍स पोर्टफोलियो की पूरी श्रृंखला को प्रदर्शित करेगा, जिसमें भारत और अन्‍य देशों की मुख्‍य रक्षा क्षेत्रों: वायु, थल और जल के लिए रुचि हो सकती है।


सी सेप्‍टर (Sea Ceptor) एक नई पीढ़ी का all weather एयर डिफेंस सिस्‍टम है, जो भारतीय नौसेना के लिए विशेष रुचि वाला है क्‍योंकि वह अपनी शॉर्ट रेंज सरफेस टू एयर मिसाइल (एसआरएसएएम) जरूरत को पूरा करने के लिए इस पर विचार कर रही है। नई उन्‍नत प्रौद्योगिकियों का उपयोग कर सी सेप्‍टर एक साथ 360 डिग्री से होने वाले पूर्ण हमले सहित सभी ज्ञात और अनुमानित वायु हमलों से पूर्ण सुरक्षा प्रदान करता है। पूर्व पीढ़ी के सिस्‍टम की तुलना में प्रदर्शन में बहुत अधिक बदलाव के लिए सी सेप्‍टर सीएएमएम (CAMM) मिसाइल का उपयोग करता है, जिसमें अगली पीढ़ी का all weather फुली एक्टिव आरएफ-सीकर, टू-वे डाटालिक और सॉफ्ट-वर्टिकल लॉन्‍च सिस्‍टम जैसे फीचर्स हैं।


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मीका (MICAकी आपूर्ति भारतीय वायु सेना के मिराज 2000 को अपग्रेड करने के लिए की जा रही है। यह राफेल के साथ निकटता से जुड़ा एक वेपन सिस्‍टम भी है। एमबीडीए के स्‍टैंड में प्रदर्शित, यह दुनिया की अकेली ऐसी मिसाइल हैजिसमें नजदीकी लड़ाई से लेकर दृश्‍य सीमा से परे तक की लड़ाई को कवर करने के लिए दो इंटरऑपरेबल सीकर्स (एक्टिव रडार और इमेजिंग इंफ्रारेड) दिए गए हैं। एंड गेम के अंतिम चरण में सीकर को लॉक करने से पहले निष्क्रिय मोड में BVR के लिए उड़ान भरने की इसकी क्षमता की वजह से इसे साइलेंट किलर का उपनाम दिया गया है, क्‍योंकि दुश्‍मन के पास प्रतिक्रिया देने या प्रभावी रक्षात्‍मक उपाय करने के लिए बहुत कम समय मिलता है।


एएसआरएएएम (ASRAAMकी आपूर्ति आईएएफ को उसके नई पीढ़ी के क्‍लोज कॉम्बैट मिसाइल कार्यक्रम के तहत की जा रही है। अपनी बड़ी रॉकेट मोटर और साफ एयरोडायनामिक डिजाइन के साथ एएसआरएएएम (ASRAAM) में बेजोड़ गति और परिणामी वायुगतिकीय गतिशीलता और सीमा क्षमता है। एएसआरएएएम (ASRAAM) इसे एक उच्‍च गतिमान क्षमता प्रदान करता है जो विजुअल रेंज हवाई युद्ध के लिए बेहतर एंड-गेम प्रदर्शन प्रदान करता है। एएसआरएएएम (ASRAAM) को भारतीय वायु सेना के उन्‍नत जगुआर बेड़े और संभवत: अन्‍य आईएएफ प्‍लेटफॉर्म में उपयोग किया जाएगा।


METEOR एमबीडीए की क्रांतिकारी रैमजेट संचालित और नेटवर्क-सक्षम विजुअल रेंज के परे एयर-टू-एयर मिसाइल है, जिसे हवाई लड़ाई के लिए एक गेम चेंजर के रूप में पहचाना जाता है। इसकी प्रमुख विशेषता है METEOR का थ्रोटेलेबल रैमजेट इंजन, एक्टिव रडार सीकर और डाटालिक, जो साथ मिलकर विस्‍तारिज रेंज में बेजोड़ एंड-गेम स्‍पीड और गतिशीलता प्रदान करते हैं, परिणामस्‍वरूप इसका महत्‍वपूर्ण ‘नो-एस्‍केप जोन’ किसी अन्‍य मौजूदा या संभावित बीवीआर हथियार की तुलना में कई गुना अधिक है। Meteor एक छह-यूरोपीय देशों का कार्यक्रम है, जो यूरोप के नई पीढ़ी के लड़ाकू प्‍लेटफॉर्म्‍स के लिए भविष्‍य का महत्‍वपूर्ण बीवीआर एयर-टू-एयर शस्‍त्र प्रदान करेगा। भारतीय वायु सेना इस बेजोड़ प्रणाली को अपने नए राफेल विमान में हासिल कर रही है।


एक आधुनिक वायु सेना के लिए डीप स्‍ट्राइक एक प्रमुख जरूरत है। हाई वैल्‍यू टारगेट जैसे अच्छी तरह से संरक्षित नियंत्रण बंकर्स/सेंटर्स,  प्रमुख इंफ्रास्‍ट्रक्‍चर्स और सैन्‍य प्रतिष्‍ठानों पर एक सुरक्षित स्‍टैंड-ऑफ दूरी से सटीक हमला करने की क्षमता युद्ध के शुरुआती दिनों में महत्‍वपूर्ण है, जैसा कि इराक और लीबिया में देखा गया था। DEFEXPO 2020 में, एमबीडीए SCALP को प्रदर्शित कर रहा है जिसे भारतीय वायु सेना को नए राफेल विमानों के लिए भारत में उपलब्‍ध कराया जा रहा है, जहां यह गेम चेंजिंग डीप स्‍ट्राइक क्षमता प्रदान करेगा। SCALP ने युद्ध अभियानों के दौरान बहुत लंबी दूरी से सैन्‍य बुनियादी ढांचे के सबसे कठोर लक्ष्‍य पर विनाशकारी प्रभाव के साथ अपनी बेजोड़ क्षमता के साथ स्‍वयं को साबित किया है।


मिस्‍ट्रल एटीएएम (Mistral ATAMएयर-टू-एयर मिसाइल लॉन्‍चर भारत को एएलएच और एलसीएच को सुसज्जित बनाने के लिए उपलब्‍ध कराया गया है। एएलएच पर, सिस्‍टम दो लॉन्‍चर्स पर आधारित है और प्रत्‍येक पर दो एमबीडीए एयर-टू-एयर मिस्‍ट्रल मिसाइल को तैनात किया गया है। इन हेलीकॉप्‍टर्स की विस्‍तृत भूमिका को देखते हुए, मिस्‍ट्रल हेलीकॉप्‍टर के क्रू को एक ऐसा हथियार प्रदान करेगा, जो न केवल उपयोग में आसान हो, बल्कि ऐसा हो जिसे पृथ्‍वी से 15,000 फुट की ऊंचाई पर और 200 नोट्स की उड़ान स्‍पीड में भी संचालित किया जा सके। इसी सिस्‍टम को एचएएल द्वारा निर्मित एलसीएच प्‍लेटफॉर्म पर पहले से ही सफलतापूर्वक एकीकृत किया गया है। मिस्‍ट्रल ने खुद को सभी फायरिंग में 96 प्रतिशत की सफलता दर के साथ साबित किया है। एमबीडीए बहुत उच्‍च-प्रदर्शक मैन पोर्टेबल एयर डिफेंस सिस्‍टम (MANPADS) को DEFEXPO 2020 में प्रदर्शित करेगा, जो पहले ही भारत के लिए फायरिंग मूल्‍याकंन परीक्षणों में असाधारण रूप से बेहतर प्रदर्शन कर चुका है, जो भारत की परिचालन आवश्‍यकताओं से अधिक और पहाड़ी, रेगिस्‍तान और समुद्र में मिसाइल सिस्‍टम की मांग के लिए तय मानकों से अधिक अच्‍छा था। यदि मिस्‍ट्रल का चुनाव भारत के VSHORAD के लिए किया जाता है तो मिस्‍ट्रल मिसाइल के परिचालनात्‍मक फायदों के साथ-साथ, प्रमुख औद्योगिक फायदे भी मिलेंगे, क्‍योंकि मिसाइल का निर्माण भारत में MILAN के सफल उत्‍पादन के लिए किए गए अनुबंध की तरह ही लाइसेंस के तहत पूरी तरह से भारत में किया जाएगा। मिस्‍ट्रल को भारत के हेलीकॉप्‍टर्स (एएलएच और एलसीएच) के लिए पहले ही चुन लिया गया है और ATAM हेलीकॉप्‍टर्स में एकीकृत किया गया है, MANPADS सिस्‍टम के रूप में ऑपरेटिंग मिस्‍ट्रल प्रमुख लॉजिस्टिक और स्‍टॉक मैनेजमेंट लाभ प्रदान करेंगे।


EXOCET संभवता दुनिया की सबसे अच्‍छी ज्ञात एंटी-शिप मिसाइल है। इसे भारत में सबमरीन वेरिएंट, एसएम 39 के रूप में जाना जाता है। इसे भारतीय नौसेना को उसकी स्‍कोर्पियन पनडुब्‍बी (प्रोजेक्‍ट 75) में लगाने के लिए उपलब्‍ध कराया गया है। AM39 संस्‍करण को मैरीटाइम पेट्रोल एयरक्राफ्ट, हमलावर लड़ाकू विमान जैसे राफेल और मध्‍यम से भारी वजन वाले हेलीकॉप्‍टर्स से लॉन्‍च किया जा सकता है। लो सिग्‍नेचर, बहुत कम ऊंचाई पर सी-स्‍कीमिंग फ्लाइट, लेट सीकर एक्‍टीवेशन, विस्‍तारित लक्ष्‍य भेदन क्षमता और ईसीसीएम जैसे फीचर्स मिलकर इसे एक वास्‍तविक अदम्‍य हथियार बनाते हैं। अपने Block2 Mod2 के नवीनतम विकास में अब यह पूरी तरह से नई पीढ़ी के एयरक्राफ्ट प्‍लेटफॉर्म्‍स के लिए अनुरूप है। EXOCET परिवार के भीतर MM40 Block 3 संस्‍करण एक 200 किमी से अधिक के वर्ग का हथियार है, जो जहाज या तटीय आक्रमण स्‍थल से लॉन्‍च करने के लिए उपयुक्‍त है। पहले से ही सेवा में, इस नई पीढ़ी के EXOCET में 3डी वे प्‍वाइंट्स, लो सी-स्‍कीमिंग फ्लाइट प्रोफाइल और तटीय भूमि लक्ष्‍य के साथ-साथ जहाजों पर हमला करने जैसे फीचर्स हैं।


MARTE फिक्स्ड और रोटरी विंग और शिप-लॉन्‍च्‍ड एंटी-शिप मिसाइल वेपन सिस्‍टम्‍स का एक परिवार है, जिसे जटिल समुद्री पर्यावरण और नीले पानी में परिचालन आवश्‍यकाताओं को पूरा करने के लिए डिजाइन किया गया है। DEFEXPO 2020 में, एमबीडीए MARTE ER को प्रदर्शित कर रहा है, जो परिवार का नया सदस्‍य है। हाई सब-सोनिक MARTE ER एक टर्बो-जेट इंजन से सुसज्जित है जो इसे 120 किलोमीटर से अधिक की रेंज प्रदान करता है, जिससे यह दुश्‍मन के जहाजों पर क्षितिज से निशाना साधने में सक्षम है। अन्‍य संवर्द्धन में लक्षित हमले के लिए एक समय तय करने के लिए एक अनुकूलित टर्मिनल गाइडेंस सिस्‍टम और एल्‍टीट्यूड और समय सहित 4डी वेप्‍वाइंट्स शामिल हैं। MARTE ER रोटरी और फ‍िक्‍स्‍ड विंग एयरक्राफ्ट, जहाजों और भूमि आधारित तटीय रक्षा प्रण‍ालियों को एक महत्‍वपूर्ण परिचालन लाभ प्रदान करता है।


एमबीडीए अपने NCM (नेवल क्रूज मिसाइल) को भी प्रदर्शित करेगा। इस बहुत लंबी दूरी वाली सरफेस अटैक स्‍टैंड-ऑफ मिसाइल को दुश्मन के इलाके में भीतर तक घुसकर हमला करने के लिए डिजाइन किया गया है। इसकी सीमा को देखते हुए, यह नौसेना और सरफेस और सब-सरफेस जहाजों को एयरक्रॉफ्ट से लॉन्‍च की जाने वाली मिसाइल के विपरीत लंबे समय तक विघटित बल को बनाए रखने की क्षमता प्रदान करेगा। युद्ध-सिद्ध बड़े आकार और 1400 किग्रा वजन, 6.50 मीटर की कुल लंबाई और 0.5 मीटर व्‍यास के साथ, NCM प्रमुख इंफ्रास्‍ट्रक्‍चर टारगेट के खिलाफ विनाशकारी शक्ति प्रदान करता है। हथियार का गाइडेंस सिस्‍टम अधिकतम सटीकता और न्‍यूनतम नुकसान सुनिश्चित करता है, जो टर्मिनल फेस में मीट्रिक सटीकता को प्राप्‍त करने के लिए एक इमेजिंग इंफ्रारेड सीकर के साथ इनर्शियल गाइडेंस, टेरेन मैचिंग और जीपीएस को आपस में जोड़ती है। मिसाइल का परीक्षण पहले ही सरफेस शिप और सबमरीन लॉन्‍च (पहले लंबवत लॉन्‍च किया गया और बाद में सबमरीन वर्जन के साथ टॉरपीडो ट्यूब के जरिये एक विशेष समुद्र में) दोनों के लिए किया जा चुका है। परीक्षण फायरिंग की श्रृंखला को सफलतापूर्वक पूरा करने के बाद मई 2015 में सरफेस शिप परिचालनात्‍मक क्षमता की घोषणा की गई।