लखनऊ। बड़ा सपना, बड़ा काम हो तभी प्रदेश का भला हो सकता है। भाजपा सरकार विकास के जो बड़े-बड़े दावे कर रही है, उसकी सत्यता भी प्रमाणित करनी चाहिए। प्रचार में भी ईमानदारी होनी चाहिए। झूठा प्रचार नहीं करना चाहिए। लेकिन जिनका आदर्श गोएबल्स हो उनसे सच-झूठ का हिसाब कैसे हो सकता है? गोएबल्स का मानना था कि एक झूठ सौ बार बोलने से सच हो जाता है। लोकलाज से चलता है लोकराज, भाजपा को इससे कोई फर्क नहीं पड़ता है। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा है कि उत्तर प्रदेश में भाजपा सरकार जबसे बनी है, अपनी एक भी योजना लागू नहीं कर सकी है। अपने चुनाव घोषणा पत्र में उसने जो संकल्प लिए थे उसके प्रति भी भाजपा ईमानदार नहीं है। किसान, नौजवान, व्यापारी सहित समाज के सभी वर्गो के लोग परेशान है। महिलाओं और बच्चियों का जीवन सुरक्षित नहीं है। नोटबंदी और जीएसटी ने उद्योगधंधों पर ताले लगवा दिए हैं और नौजवानों को बेरोजगारों की कतार में रख दिया है। कर्ज से बदहाल किसान आत्महत्या करने को मजबूर है। अखिलेश यादव ने कहा कि भाजपा की राज्य सरकार ने अपने कार्यकाल के तीन वर्ष पूरे कर लेने पर जिन उपलब्धियों की चर्चा की है वे सब समाजवादी सरकार की देन हैं। भाजपा राज में अपराधी बेखौफ हैं, फर्जी एनकाउण्टर बड़ी तादाद में हुए हैं। बलात्कार, लूट, हत्या की घटनाएं बढ़ी हैं। मुख्यमंत्री यह बताएं कि उन्होंने समाजवादी सरकार की देन आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस-वे, मेट्रो रेल, गोमती रिवरफ्रंट, जेपी इन्टरनेशनल सेंटर, जनेश्वर मिश्र पार्क से बेहतर राजधानी में ही क्या बनाया है? यादव ने कहा कि बदनीयत सरकार संवेदनशून्य होती है। झूठे आंकड़ों से जनता को अब बहकाया नहीं जा सकता है। अपनी कथित उपलब्धियों पर गप्प चलाने से पहले मुख्यमंत्री को संविधान की उस शपथ का भी स्मरण करना चाहिए जिसमें सत्यनिष्ठा के साथ रागद्वेष की भावना से परे कर्तव्य निर्वहन की प्रतिबद्धता है। किन्तु मुख्यमंत्री भाजपा सरकार के मंत्रियों की चाहे जितनी बड़ी फौज उतार दें जनता के बीच वे कौन सी उपलब्धि गिनाने जाएंगे? जबकि ऐसा कुछ जमींनी स्तर पर हुआ ही नहीं है। भाजपाई सरकार की यही उपलब्धि मानते हैं कि भाजपा के एक ही मुख्यमंत्री ने कुल जमा तीन वर्ष का कार्यकाल पूरा कर लिया है। अखिलेश यादव ने कहा कि सरकार की काम करने की नीयत हो तभी विकास संभव है। भाजपा सरकार के पास विकास का न तो कोई विजन है और नहीं कोई योजना है। प्रदेश उत्तम प्रदेश बनने के बजाय पिछड़ा और बीमारू प्रदेश बनता जा रहा है। सच तो यह है कि भाजपा से लोगों का मोहभंग हो चुका है। अब जनता जान गई है कि भाजपा सिर्फ वादे करने और नफरत फैलाने वाली पार्टी है। भाजपा न तो अपने वादे निभाती हैं और नहीं सौहार्द-सद्भाव से उसका दूर-दूर तक कोई सम्बंध है। बस यही भाजपा सरकार के चाल-चरित्र और चेहरे का परिचय है।