प्रदेश में कोरोना फ्लू की स्थिति पूरी तरह नियंत्रण में : मुख्यमंत्री


लखनऊ: प्रदेश में कोरोना फ्लू से बचाव के लिए जो भी आवश्यक सावधानियां और सकर्तता बरती जानी चाहिए थी , उसके बारे में एडवायजरी भी जारी की गयी थी । राज्य सरकार , भारत सरकार के निर्देशन में कोरोना वायरस से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार है । प्रदेश सरकार को भारत सरकार से किट भी प्राप्त हो गयी है । सरकारी और निजी मेडिकल कॉलेजों में 448 बेड आईसोलेशन वार्ड के रूप में सुरक्षित किये गये हैं । सभी 75 जनपदों के जिला चिकित्सालयों में 820 बेड की व्यवस्था आईसोलेशन वार्ड के तहत की गयी है । इस तरह प्रदेश में अब तक 1268 बेड के आईसोलेटेड वार्ड की व्यवस्था सुनिश्चित की गयी है । मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ  ने कोरोना फ्लू से सम्बन्धित एक उच्चस्तरीय बैठक के बाद कहा कि प्रदेश में स्थिति पूरी तरह नियंत्रण में है । राज्य सरकार द्वारा डेढ़ महीने पहले ही इसके लिए कार्यवाही प्रारम्भ कर दी गयी थी ।  मुख्यमंत्री ने कहा कि चिकित्सकों , पैरामेडिकल व नर्सिग स्टाफ आदि के प्रशिक्षण के विशेष कार्यक्रम सुनिश्चित किये गये हैं । अब तक 4 , 100 से अधिक चिकित्सकों को प्रशिक्षित किया जा चुका है । विभिन्न चिकित्सालयों के चिकित्सकों , पैरामेडिकल स्टाफ , आशा एवं आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों को प्रशिक्षण देने के लिए समयबद्ध रूप से विशेष अभियान चलाये जा रहे हैं । संचारी रोग नियंत्रण अभियान के माध्यम से भी लोगों को जागरूक किये जाने के निर्देश दिये हैं । प्रदेश में तीन स्थानों - लखनऊ स्थित के०जी०एम०यू . , एस0जी0पी0जी0आई0 और अलीगढ़ में कोरोना वायरस के नमूने लेने की व्यवस्था पहले से थी । इसके अलावा , गोरखपुर के बी0आर0डी0 मेडिकल कॉलेज तथा बी0एच0यू0 में भी जांच के लिए नमूने लेने की व्यवस्था की जा रही है । प्रत्येक मेडिकल कॉलेज में कोरोना वायरस के नमूने एकत्र करने तथा जांच की सुविधा को विकसित करने का प्रयास किया जा रहा है । इसके लिए विस्तृत कार्य योजना तैयार की गयी है । प्रदेश में कोरोना फ्लू से इन्फेक्टेड 11 मरीज पाये गये हैं । इनमें 10 मरीजों का उपचार नई दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में और एक का इलाज के0जी0एम0यू0 लखनऊ में चल रहा है । 22 मार्च , 2020 तक बेसिक , माध्यमिक , उच्च और प्राविधिक शिक्षा के सभी विद्यालयों और कौशल विकास से जुड़े सभी संस्थानों को बन्द करने के निर्देश दिये गये हैं । जिन संस्थाओं में परीक्षाएं चल रही हैं वहां यथावत परीक्षाएं सम्पन्न करायी जाएंगी । मुख्यमंत्री  ने कहा कि कोरोना फ्लू एक संक्रामक रोग है । बचाव ही इसका उपचार है । पंचायतीराज , ग्राम्य विकास तथा नगर विकास विभाग को व्यापक जागरूकता के कार्यक्रम संचालित करने के निर्देश दिये गये हैं । बेसिक , माध्यमिक , उच्च तथा व्यावसायिक शिक्षा विभाग को सम्बन्धित संस्थानों में कोरोना फ्लू के सम्बन्ध में हैण्डबिल व पोस्टर के माध्यम से जागरूकता गतिविधियां संचालित करने के निर्देश दिये गये हैं । कोरोना फ्लू एक संक्रामक रोग है , इसलिए सावधानी बरतना अत्यन्त आवश्यक है । इसके लिए जरूरी है कि हाथ न मिलाये , नियमित हाथ धोने की समुचित व्यवस्था हो , विद्यालय आदि में परीक्षार्थियों के बैठने से पूर्व उनके स्थान साफ - सुथरे किये जाएं । रेलवे व बस स्टेशनों पर व्यापक प्रचार - प्रसार की व्यवस्था सुनिश्चित की गयी है । भारत सरकार और वैश्विक रूप से यह संदेश प्रचारित है कि किसी भी प्रकार की मास गैदरिंग इस समय नहीं होनी चाहिए । उन्होंने लोगों से अपील की है कि भीड़ - भाड़ वाले कार्यक्रमों में कम से कम शिरकत करें । मुख्यमंत्री ने लोगों से अपील की कि कोरोना फ्लू के लिए पैनिक होने की आवश्यकता नहीं है । इस बीमारी से निपटने के लिए एपिडेमिक एक्ट के अन्तर्गत कुछ विशेषाधिकार शक्तियों को हासिल किया गया है । इससे हम लोग हर एक व्यक्ति के लिए उपचार की व्यवस्था और आवश्यकता पड़ने पर आईसोलेट करने की व्यवस्था कर सकेंगे , जिससे बीमारी के संक्रमण को रोका जा सके । स्वास्थ्य विभाग इस सम्बन्ध में एक नोटिफिकेशन भी जारी कर रहा है । स्वास्थ्य विभाग को लोगों को इसके लिए भी जागरूक करने के निर्देश दिये गये हैं कि संक्रमित व संदिग्ध व्यक्ति ही मास्क पहने । मास्क , ग्लव्स आदि की कालाबाजारी न हो इसकी पूर्ण व्यवस्था की गयी है । उत्तर प्रदेश में भारत - नेपाल सीमा के सभी चेक पोस्टों पर थर्मल एनालाइजर स्थापित किये गये हैं । साथ ही , राउण्ड दि क्लॉक डॉक्टर्स की टीम भी यहां पर तैनात की गयी है । प्रदेश के सभी हवाई अड्डो पर स्क्रीनिंग की व्यवस्था की गयी है । एन0सी0आर0 के तहत गाजियाबाद , नोएडा , मेरठ व आस - पास के क्षेत्रों में विशेष सकर्तता बरतने के निर्देश दिये गये हैं । प्रत्येक जनपदों में कोरोना फ्लू से निपटने के लिए कण्ट्रोल रूम स्थापित किये गये हैं ।