समानता से ही सर्वांगीण विकास संभव


लखनऊ।अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस आयोजित करने के उपलक्ष्य में आयोजित प्रेस वार्ता में उत्तर रेलवे के महाप्रबंधक राजीव चौधरी ने समाज में महिलाओं का महत्वपूर्ण योगदान और उनकी उल्लेखनीय भूमिका पर प्रकाश डालते हुए कहा कि भारतीय रेलवे का एक महत्‍वपूर्ण जोन, उत्‍तर रेलवे, अपनी सभी महिला रेलयात्रियों तथा महिला कर्मचारियों की सुरक्षा के लिए सदैव प्रतिबद्ध है ।  आज के समय महिलाएं कंधे से कंधा मिलाकर काम कर रही हैं । अपनी दैनिक महिला रेलयात्रियों को सुविधाजनक अपने गंतव्‍य तक पहुंचाने के लिए उत्‍तर रेलवे ने दिल्‍ली-एनसीआर खंड में महिलाओं के लिए विशेष ई.एम.यू. , एम.ई.एम.यू. रेल सेवाऍं चला रहा है। दिल्‍ली एन.सी.आर की लेडीज विशेष रेलगाडि़यों को पुरूष और महिला आरपीएफ कर्मचारियों की संयुक्‍त टीम एस्‍कॉर्ट करती हैं । विशेष रेलगाड़ियों में महिला विशेष डिब्बे लगाए गए हैं ।प्रत्येक रेलगाड़ी में आरक्षित डिब्बों में 6 सीटें/ शायिकाएं महिलाओं के लिए आरक्षित रहती हैं ।   नियोक्ता के रूप में उत्तर रेलवे के पास ऐसा कार्य दल है जिसमें तकनीकी और गैर-तकनीकी कोटियों के अंतर्गत उल्लेखनीय संख्या में महिला अधिकारी और कर्मचारी कार्य करतीं हैं । कार्यालयों में राजपत्रित अधिकारी और कर्मचारी, अस्पतालों में डॉक्टर, सर्जन और पैरा-मैडिकल स्टाफ, इंजीनियर और जूनियर इंजीनियर, स्टेशन मास्टरों, आरक्षण लिपिकों, चल टिकट परीक्षकों इत्यादि जैसे फ्रंट लाइन कर्मचारियों के रूप में हजारों महिलाएं कार्य कर रही हैं । उत्तर रेलवे पर महिला लोको पायलट, दक्ष तकनीशियन, सहायक, आर्टिज़न तथा अनेक अंतर्राष्ट्रीय खिलाड़ी महिलाएं हैं । रेलवे अपनी महिलाकर्मियों की आवश्यकताओं को लेकर बेहद संवेदनशील है और यह सुनिश्चित करती है कि ये महिला कर्मी कार्य स्थलों पर पूरी सुविधा और सुरक्षा के माहौल में कार्य करें । देश के विकास की प्रक्रिया में अत्‍यंत महत्‍वपूर्ण भूमिका निभाने वाली महिलाओं की संरक्षा एवं सुरक्षा के साथ-साथ उनके अधिकारों के प्रति  उत्‍तर रेलवे सदैव प्रतिबद्ध है । अखिल भारतीय सुरक्षा हेल्‍पलाइन 182 शुरू करने से महिला रेल यात्रियों को यात्रा के समय सुरक्षा संबंधी परिस्थितियों में सहायता मिली है । एन.जी.ओ के साथ मिलकर विभिन्‍न प्रकार के नुक्‍कड नाटकों/सुरक्षा संबंधी पेम्‍पलैट के माध्‍यम से विभिन्‍न रेलवे स्‍टेशन एवं रेल परिसरों में महिलाओं की सुरक्षा संबंधी मुद्दों को प्रचार-प्रसार किया जाता है । प्रमुख रेलवे स्टेशनों पर महिला यात्रियों को सेनेटरी नेपकिन की उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए उत्तर रेलवे ने राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में नई दिल्ली,दिल्ली जं0 और हज़रत निजामुद्दीन रेलवे स्टेशनों पर स्वचालित सेनेटरी नेपकिन वेंडिंग मशीनें एवं भस्‍मक लगाए हैं, जो महिला रेलयात्रियों के लिए लाभदायक साबित हो रही हैं । उत्‍तर रेलवे ने महिलाओं में स्वास्थ्य संबंधी जागरूकता लाने का प्रयास करता रहता है ।कुछ समय पहले उत्तर रेलवे केंद्रीय चिकित्सालय में Breast Cancer Awareness  प्रोग्राम “ Think Pink ” का आयोजन किया गया, जिसमें जाने-माने विशेषज्ञों ने अपने विचारों से महिलाओं को इस बीमारी से बचाव के बारे में बताया।


इसके अतिरिक्त उत्तर रेलवे ने महिलाओं को आगे बढ़ाने एवं सशक्त करने के लिए दिल्ली पुलिस के सहयोग से दिल्ली मंडल की महिला स्टाफ को सेल्फ डिफेंस के टिप्स/ प्रशिक्षण दिया जाता है ।
महिलाओं में खेलकूद को बढ़ावा देने के लिए समय-समय पर उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए महिलाओं को पुरस्कृत किया जाता है जिनमें कुछ नाम इस प्रकार हैं -
ज्योति -गोल्ड मेडल ,  वर्ल्ड बॉक्सिंग ।
 दिव्या काकरान  - गोल्ड मेडल , एशियन रेसलिंग चैंपियनशिप ।
नेहा गोयल - जकार्ता एशियन गेम्स (हॉकी) ।
अनूरा प्रभु देसाई  - बैडमिंटन वीमेन सिंगल्स  में भारत की नंबर  1 खिलाडी ।  
सिविल डिफेंस, स्काउट एवं गाइड्स  ,सेंट जोन्स  एंबुलेंस सोसाइटी में महिलाओं की बेहद सक्रिय भूमिका रहती है ।
स्टेशनों पर शिशु - मातृ  केबिन की व्यवस्था रहती है ।
नॉर्दन रेलवे ट्रैकिंग एवं माउंटेनियरिंग एसोसिएशन द्वारा खासतौर पर महिलाओं के लिए एक्सक्लूसिव ट्रैकिंग और माउंटेनियरिंग एडवेंचर ट्रिप्स  की व्यवस्था की जाती है ।
प्रमुख कार्यालय परिसरों में क्रैच (शिशु देख-भाल गृह) चलाए जा रहे हैं ताकि कार्य स्थलों पर महिलाएं अपने कार्य के साथ-साथ अपने शिशुओं की देख-भाल भी कर सकें ।
 राजीव चौधरी ने उत्तर रेलवे में महिलाओं की भूमिका में उत्तर रेलवे महिला कल्याण संगठन के योगदान का भी जिक्र करते हुए कहा कि उत्तर रेलवे महिला कल्याण संगठन एक परोपकारी संगठन  है, जिसकी स्थापना वर्ष 1960 में हुई । तभी से यह संगठन विभिन्न गतिविधियों के माध्यम से रेलकर्मियों और उनके परिजनों के सामाजिक उत्थान के लिए स्वैच्छिक और निःस्वार्थ  भाव से सतत् प्रयासरत है । यह संगठन हमेशा बड़े पैमाने पर समाज तथा राष्ट्र हित में सामाजिक कल्याण अभियानों, प्राकृतिक एवं मानव निर्मित आपदाओं तथा युद्ध के दौरान सहायता में हमेशा आगे रहा है । यह संगठन कई प्राथमिक विद्यालय, प्रौढ़ शिक्षा कक्षाओं को संचालित करता है  । 
उत्तर रेलवे महिला कल्याण संगठन ने अनेकानेक कार्य किये हैं, जैसे कि आधारिशला स्कूल में शिक्षा व्यवस्था सुधारने हेतु शिक्षकों में बढ़ोत्तरी, ममता क्रेच बसंत लेन में बच्चों के लिए रेफ्रिजरेटर की व्यवस्था, RWWCO की गाइडलाइन पर महिला कर्मियों की सुविधा हेतु सेनिटरी नेपकिन वैंडिंग मशीन एवं इन्सीनरेटर मशीनों को लगवाना जिसमें बड़ौदा हाउस, निजामुद्दीन रेलवे स्टेशन, पुरानी दिल्ली रेलवे स्टेशन इत्यादि शामिल हैं ।
      इसके अतिरिक्त उत्तर रेलवे महिला कल्याण संगठन की ओर से विभिन्न क्रियाकलाप नियमित रूप से चलाए जा रहैं जो इस प्रकार हैं-
कार्य स्थलों पर महिला कर्मचारियों , विशेष रूप से फ्रंटलाइन और फील्ड ड्यूटी में कार्यरत कर्मचारियों को सशक्त बनाने के लिए उत्तर रेलवे महिला कल्याण संगठन अपना भरपूर योगदान देती है । 
शिशुसदन (क्रेच):- उत्तर रेलवे महिला कल्याण संगठन द्वारा कार्यालय परिसरों में क्रैच (शिशु देख-भाल गृह) चलाए जा रहे हैं ताकि कार्य स्थलों पर महिलाएं अपने कार्य के साथ-साथ अपने शिशुओं की देख-भाल भी कर सकें ।
बड़ौदा हाउस और बसंत लेन में क्रमश: फुलवारी व ममता शिशुसदन चलाए जा रहे हैं जिसमें बच्चों की देखभाल के लिए 9 स्टाफ कार्यरत हैं ।
आधारशिला नर्सरी स्कूल:- आधारशिला नर्सरी स्कूल एस0पी0 मार्ग रेलवे अधिकारी कालोनी में स्थित है । इस शिक्षा केंन्द्र में वर्तमान में 68 बच्चे लाभांवित हो रहे हैं । स्कूल में 04 शिक्षक तथा 03 आया कार्यरत है । 
संवेदना डे कयर सेंटर:- उत्तर रेलवे केंद्रीय अस्पताल में स्थित संवेदना डे केयर सेंटर में मानसिक एवं शारीरिक सस्तंभ से पीडित बच्चों की देखभाल के लिए 02 सुपरवाइजर ,02 आया एवं 01 वैन ड्राइवर कार्यरत हैं ।
वोकेशनल केंन्‍द्र:- संगठन द्वारा बसंत लेन नई दिल्ली और किशनगंज दिल्ली में रेल कर्मचारियों के बच्चों के लिए कटिंग-टेलरिंग एवं ब्यूटी पार्लर के र्कोसेस चलाए जा रहे हैं । इन सभी र्कोसेस की फीस बेहद कम है । वर्ष में दो बार परीक्षा का आयोजन होता है और सफल उम्मीदद्वारों को प्रमाणपत्र भी प्रदान किये जाते हैं । 
प्रतियोगिता का आयोजन:- संगठन द्वारा रेल परिवार के बच्चों में छिपी प्रतिभाओं को उभारने का प्रयत्न किया जाता है जिसमें प्रतिवर्ष सितंबर माह में निबंध एवं चित्रकला प्रतियोगिता का आयोजन किया जाता है, सफल बच्चों को प्रोत्साहित करने के लिए नकद पुरस्कार एवं प्रमाणपत्र प्रदान किये जाते है । उच्च शिक्षा के लिए रेलवे कर्मचारियों के होनहार आश्रितों बच्चों को छात्रवृति भी प्रदान की जाती है । 
महिला दिवस:- प्रत्येक वर्ष अंर्तराष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर उत्तर रेलवे की उत्कृष्ट महिला कर्मियों को नकद पुरस्कार एवं प्रमाणपत्र से सम्मानित किया जाता है । 
उपहार प्रदान करना:- गणतंत्र दिवस एवं स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर प्रत्येक वर्ष उत्तर रेलवे केंद्रीय अस्पताल ,नई दिल्ली में भर्ती मरीजों के मंगलकामना हेतु उपहार भेंट किये जाते हैं इसके साथ-साथ समय-समय पर अस्पताल के उपयोग के लिए आवश्यक उपकरण भी भेंट किये जाते हैं जैसे कि हाल ही में विभिन्न वार्डों में मच्छरों से सुरक्षा हेतु मशीने लगाई गई हैं ।
संगठन द्वारा दिल्ली मंडल कार्यालय में संपूर्ण हैल्थ चैकअप  के लिए ऑटोमैटिक मशीन लगाई गई है जिससे प्रतिदिन सैकड़ों लोग लाभांवित हो रहे हैं ।
ATM की स्थापना :- उत्तर रेलवे केंद्रीय अस्पताल नई दिल्ली में पंजाब नेशनल बैंक के ATM की स्थापना की गई जिससे ने केवल अस्पताल में कार्यरत कर्मचारी अपितु मरीजों के परिवार तथा आस-पास रहने वाले सभी निवासी लाभांवित हो रहे हैं ।
जलपान गृह की व्यवस्था :- बड़ौदा हाउस एवं उत्तर रेलवे केंद्रीय अस्पताल नई दिल्ली में कार्यरत कर्मचारियों एवं रोगियों के परिचरों हेतु न्यूनतम दरों पर दैनिक खान-पान के लिए जलपान गृह की व्यवस्था है जिसमें स्वच्छता एवं शुद्धता का विशेष ध्यान रखा जाता है ।
जूस  कार्नर :- संगठन द्वारा उत्तर रेलवे केंद्रीय अस्पताल नई दिल्ली परिसर में जूस कार्नर की व्यवस्था की गई है जिसमें ताजा जूस एवं फल उपलब्ध रहते  हैं ।      
   उपरोक्त गतिविधियों के अलावा संगठन पूरे वर्ष लगातार अन्य कई कल्याणकारी योजनाओं को कार्यरूप देता है, जैसे वृक्षारोपण , विश्व पर्यावरण दिवस , मई दिवस इत्यादि । 
    उत्तर रेलवे अपनी महिला कार्यबल के योगदान के साथ  देश की प्रगति में  महत्वपूर्ण भूमिका निभाता रहेगा । 


इस अवसर पर उत्तर रेलवे के विभागों के प्रमुख विभागाध्यक्ष सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित थे ।