अनाथालयों में ऑनलाइन शिक्षा का प्रबंध 



लखनऊ। वर्तमान में COVID19 के प्रभाव तथा लॉकडाउन के दृष्टिगत अनाथालयों में ऑनलाइन शिक्षा उपलब्ध करना अनिवार्य हो गया है । हाल ही में मुख्यमंत्री ने भी सभी बच्चों को यथासंभव ऑनलाइन शिक्षा उपलब्ध कराने पर जोर दिया है । वर्तमान में इन संस्थाओं में संसाधनो के अभाव के कारण ऑनलाइन शिक्षा का प्रबंध नहीं है । जबकि आजकल ऑनलाइन शिक्षा सामान्यतः प्रचलन में आ चुकी है । साथ ही , तकनीकी प्रगति हेतु भी ऑनलाइन शिक्षा अत्यावश्यक है ।

गौरतलब है कि जनपद लखनऊ में किशोर न्याय ( बालकों की देखरेख और संरक्षण ) अधिनियम , 2015 के   महिला कल्याण विभाग के अंतर्गत कुल 29 संस्थाएं संचालित हैं । इनमें 8 राजकीय तथा 21 NGO से संचालित हैं। इन संस्थाओं में अनाथ बच्चे , देखरेख और संरक्षण की आवश्यकता वाले बच्चे तथा विधि का उल्लंघन करने वाले किशोर आवासित हैं । 

 संसाधनो के बिना इन संस्थाओं में आवासित बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा का समुचित अवसर नहीं मिल पा रहा है।  शनिवार को  लखनऊ निवासिनी  पॉलोमी पाविनी शुक्ला एवं उनके पति  प्रशान्त शर्मा ने , जन - सहयोग के माध्यम से , इन संस्थाओं में आवासित बच्चों हेतु 21 स्मार्ट टी०वी० भेंट किए हैं । साथ ही , इन संस्थाओं में , आवश्यकतानुसार , ब्रॉडबैंड इंटरनेट सुविधा तथा स्मार्ट टी०वी० पर ऑनलाइन शिक्षा हेतु प्रशिक्षण भी  दिया जा रहा है । इन स्मार्ट टी० वी० से इन संस्थाओं में आवासित बच्चों के सुनहरे भविष्य के लिए शिक्षा , न केवल COVID - 19 की लॉकडाउन अवधि में , बल्कि भविष्य में भी , सुगम हो जाएगी । 

 पॉलोमी पाविनी शुक्ला, मा० उच्चतम न्यायालय , दिल्ली में अधिवक्ता हैं तथा अनाथ बच्चों के लिए कई वर्षों से कार्य करती आ रही हैं । कुछ वर्ष पूर्व उन्होंने भारत में अनाथ बच्चों की दयनीय स्थिति पर एक किताब , Weakest On Earth - Orphans Of India लिखी थी , जो Bloomsbury जैसे विख्यात प्रकाशन संस्था ने प्रकाशित की थी । इन्होंने  उच्चतम न्यायालय में अनाथ बच्चों को सभी सरकारी योजनाओं में बराबर की सुविधाएँ तथा आरक्षण की माँग करते हुए जनहित याचिका भी दायर की है , जो वर्तमान में भारत के मुख्य न्यायाधीश ने न्यायालय में विचाराधीन है ।

  प्रशान्त शर्मा भारतीय प्रशासनिक सेवा के 2012 बैच के अधिकारी हैं तथा उत्तर प्रदेश कैडर में कार्यरत हैं । ये दोनों कई वर्षों से लखनऊ के अनाथालयों से जुड़े हैं तथा दीपावली आदि त्योहारों में विभिन्न अनाथालयों में अपना समय तथा अपने संसाधन भेंट करते आ रहे हैं ।

 इसका उद्देश्य मात्र स्मार्ट टी०वी० उपलब्ध कराना ही नहीं , बल्कि लखनऊ के इन व्यक्तियों को अपने शहर के अनाथालयों से जोड़ना तथा लगाव उत्पन्न करना भी था । कुछ लोगों ने लॉकडाउन के बाद इन अनाथालयों में जा कर अनाथ बच्चों के साथ समय व्यतीत करने की इच्छा व्यक्त की है, साथ ही इन बच्चों और अनाथालयों की आवश्यकतानुसार शिक्षा , व्यावसायिक प्रशिक्षण , रोज़गार आदि उपलब्ध कराने में भी रुचि दिखाई है । 

 

कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहीं  वीणा कुमारी मीणा , प्रमुख सचिव , महिला कल्याण ने इन स्मार्ट टी०वी० को प्राप्त किया । COVID - 19 के कारणवश लॉकडाउन की दृष्टिगत इन सभी स्मार्ट टी०वी० को सैनिटायज़ किया जाएगा , फिर विभिन्न संस्थाओं में स्थापित किया जाएगा । इन बच्चों, की शिक्षा हेतु इस पुनीत कार्य करने के लिए  वीणा कुमारी मीणा ने पॉलोमी पाविनी शुक्ला,  प्रशान्त शर्मा तथा सभी भेंट कर्ताओं को धन्यवाद दिया ।