अंतरराष्ट्रीय मानवाधिकार से मौलाना साद को कठोर दंड देने और उसके संगठन को प्रतिबंधित करने की मांग


मनोज श्रीवास्तव/लखनऊ। विख्यात समाजसेवी एक्टिविस्ट डॉ रजनीश सिंह ने तबलीगी जमात के मुखिया मौलाना साद और उनके संगठन की शिकायत अंतरराष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग में किया हैं। शिकायत में "आरोपी मौलाना और उनके संगठन पर जानबूझकर कोविड-19 जैसी महामारी को भारत मे सुनियोजित ढ़ंग से फैलाने का आरोप लगाया है। विदित हो कि मरकज के नाम पर दिल्ली में मुसलमानों की अच्छी भीड़ प्रशासन के आदेश न दिए जाने के बाद भी इकट्ठा हुई और उस भीड़ के अधिकांश मौलाना कोविड संक्रमित थे।इलाज के दौरान वह जानबूझकर दूसरों को संक्रमित करने के सारे हथकंडे अपना रहे हैं। डॉ सिंह के अनुसार अभी तक भारत में लगभग 3000 मरीजों में अब तक 1100 के आसपास मरीज तबलीगी जमात से जुड़े हुए हैं। ऐसे में भारत में इस महामारी के कारण के रूप में मौलाना और उसकी जमात को जिम्मेदार ठहराया जा सकता है "। ये मौलाना समाज में मानवता के दुश्मन के रूप में हैं। जिन्होंने देश को माहमारी के मुँह में धकेलने का कार्य किया। उन्होंने अंतरराष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग से माँग किया है कि इस जमात पर प्रतिबंध लगाया जाए, और मौलाना को कठोर दंड दिया जाय।