अन्य प्रांतों में फंसे श्रमिकों का यूपी आना प्रारंभ, पहली खेप में हरियाणा से आये 2224 श्रमिक, घर जाने के पूर्व सभी को मिलेगा राशन का किट व एक हजार रुपये- अवनीश अवस्थी


मनोज श्रीवास्तव/लखनऊ। उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने अन्य प्रांतों में फंसे यूपी के श्रमिकों को लाना शुरू कर दिया। जिसके क्रम में सबसे पहले पड़ोसी राज्य हरियाणा से 2224 श्रमिक यूपी लाये गये। राज्य परिवहन निगन की 88 बसों से इन्हें यूपी लाया गया है। कल तक सभी श्रमिकों को प्रदेश के 16 जिलों में पहुंचा दिया जाएगा यह जानकारी उत्तर प्रदेश के अपरमुख्य सचिवगृह एवं सूचना अवनीश अवस्थी ने दी। उन्होंने बताया कि प्रदेश के बाहर से इतनी बड़ी संख्या में श्रमिकों को लाने के पूर्व सरकार ने बहुत तैयारी किया है। 14 दिन की कोरेन्टीन पूरा के आने वाले श्रमिकों को यूपी में भी मेडिकल चेकप किया जाएगा। जब वह 14 दिन की होम कोरेन्टीन में जायेगा तो यूपी सरकार उसे कोरेन्टीन टाइम का भोजन और एक हजार रुपया भी देगी।इसके पहले उन्होंने प्रदेश के सभी जिलाधिकारियों को निर्देश दिया है कि हर हाल में यह ध्यान रखा जाये कि क्वारंटीन सेन्टर तथा शेल्टर होम में हर हाल में सोशल डिस्टेंसिंग अपनायी जाए। उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देशित किया कि जनपद स्तर पर किये जा रहे कार्याें की प्रगति की निरन्तर जानकारी प्राप्त करते रहें। जनपद स्तर पर अलग-अलग कार्यों के लिए अधिकारी नामित किये जाएं, जिससे कार्यों का सुचारू संचालन हो और इनके लिए जिम्मेदार लोगों की जवाबदेही भी तय की जा सके। प्रवासी श्रमिकों को रोजगार के अवसर उपलब्ध कराने के लिए प्रदेश सरकार ने एक समिति गठित की है। प्रवासी मजदूरों को रोजगार उपलब्ध कराना एक चुनौतीपूर्ण कार्य है, जिसे कार्य योजना बनाकर सफलतापूर्वक लागू किया जा सकता है। तालाब व चेक डैम आदि से सम्बन्धित कार्य शुरू कराये जाए। इन कार्याें में प्रवासी मजदूरों को भी लगाया जाए। अन्य प्रांतों से आने वाली संख्या को ध्यान में रखते हुए यूपी सरकार ने बड़ी संख्या में शेल्टर होम को तैयार किये जाने के निर्देश दिया है। जिसमें पब्लिक एड्रेस सिस्टम लगाया जाए, भोजन एवं शौचालय की सुचारू व्यवस्था की जाए। उन्होंने कम्युनिटी किचन को और प्रभावी बनाये जाने के निर्देश दिये।