मनोज श्रीवास्तव/लखनऊ। मध्यप्रदेश के राज्यपाल लालजी टंडन 12 अप्रैल को 85 वर्ष के हो जायेगें। कोरोना संकट के द्रष्टिगत टंडन ने जन्म दिवस समारोह नहीं मनाने का निर्णय किया है।यह जानकारी राज्यपाल के विशेष कार्यकारी अधिकारी संजय चौधरी ने दिया। उन्होंने बताया कि टंडन ने कहा है कि कोरोना वायरस संकट के दौर में सोशल डिस्टेसिंग के मानदंडों का अक्षरश: पालन किया जाना आवश्यक है। इसलिए किसी तरह का सामाजिक उत्सव अथवा आयोजन नहीं किया जाये। उन्होंने अपील कोरोना केयर के प्रधानमंत्री एवं मुख्यमंत्री के कोष में दान देने की अपील की है। इससे पहले उन्होंने एक वर्ष तक राज्यपाल के रूप में मिलने वाले वेतन 30 प्रतिशत कम लेने का निर्णय किया है।वे कोरोना केयर फन्ड में दस लाख रूपए और मुख्यमंत्री कोरोना राहत कोष में 10 लाख रूपए जमा कराए गए है। इस बार जन्मोत्सव न मनाने का निर्णय लेने टंडन ने यूपी और मध्यप्रदेश के नागरिकों का आव्हान किया है कि संकट की इस घड़ी में अपनी जान की परवाह किये बिना सुरक्षा, स्वास्थ्य, स्वच्छता और संचार सेवाओं का संचालन करने कोरोना योद्धाओं का उत्साह को बढ़ाने और उनके परिजनों का मनोबल बढ़ाने के हर अवसर और अभिवादन का उपयोग करें। घर पर रहते हुये उनके वंदन अभिनंदन के कार्य करें। जब भी कोरोना योद्धा उनकी गली, मोहल्लें में आए उनके सम्मान में ताली, घंटी शंख बजाकर उनके प्रति सम्मान का प्रदर्शन करें। प्रति वर्ष लखनऊ स्थित उनके सरकारी आवास पर सुंदर कांड के साथ प्रदेश भर के कार्यकर्ता उनका जन्मदिन मनाते हैं। उत्तर प्रदेश सरकार में नगरविकास मंत्री उनके पुत्र आशुतोष टंडन उर्फ गोपालजी टंडन ने दोपहर का सामना को बताया कि हम कोरोना योद्धाओं का अभिनंदन करेंगे और जरूरत मंदों की सेवा करेंगे।
कोरोना योद्धाओं के सम्मान में जन्मोत्सव नहीं मनायेंगे एमपी के राज्यपाल लालजी टंडन