जे0ई0, ए0ई0एस0 रोगों में शिथिलता न बरती जाए: मुख्यमंत्री





 मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ  ने जे0ई0, ए0ई0एस0 तथा अन्य संचारी रोगों की रोकथाम एवं नियंत्रण के लिए पूरी तैयारी समयबद्ध ढंग से किए जाने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि आज कोरोना जैसी वैश्विक महामारी के विरुद्ध व्यापक पैमाने पर संघर्ष जारी है। ऐसे में, जे0ई0, ए0ई0एस0 तथा अन्य संचारी व विषाणुजनित रोगों के दृष्टिगत किसी भी प्रकार की लापरवाही या शिथिलता न बरती जाए। उन्होंने सभी सम्बन्धित विभागों को जे0ई0 व ए0ई0एस0 के सम्बन्ध में एक नोडल अधिकारी नियुक्त किए जाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि जे0ई0 व ए0ई0एस0 के सम्बन्ध में नोडल अधिकारी के स्तर पर साप्ताहिक, प्रमुख सचिव स्तर पर पाक्षिक तथा मंत्री स्तर पर मासिक समीक्षा बैठकें सुनिश्चित की जाएं। 

मुख्यमंत्री  आज जे0ई0 व ए0ई0एस0 रोगों के नियंत्रण के सम्बन्ध में अन्तर्विभागीय समीक्षा बैठक को सम्बोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि सभी सम्बन्धित विभाग अभी से कार्य योजना बनाकर कोरोना महामारी के दृष्टिगत सोशल डिस्टंेसिंग का पालन करते हुए, संचारी रोगों के नियंत्रण की प्रभावी व्यवस्था सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि पिछले 03 वर्षों के दौरान किए गए प्रयासों से जे0ई0 व ए0ई0एस0 के नियंत्रण में निरन्तर अच्छी सफलता मिली है। गत वर्ष की ही भांति इस वर्ष भी संचारी रोग नियंत्रण अभियान को और अधिक तेजी प्रदान करते हुए संचालित किया जाए। 

मुख्यमंत्री  ने सम्बन्धित विभागों से इन रोगों के नियंत्रण व रोकथाम के सम्बन्ध में किए जा रहे कार्यों की जानकारी प्राप्त की। साथ ही, उन्होंने नगर विकास, पंचायतीराज, महिला एवं बाल विकास, ग्राम्य विकास, चिकित्सा शिक्षा, बेसिक व माध्यमिक शिक्षा, कृषि, सिंचाई, पशुपालन विभाग को स्वास्थ्य विभाग के साथ समन्वय बनाकर जे0ई0 व ए0ई0एस0 की रोकथाम व नियंत्रण की कार्यवाही में और तेजी लाए जाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि व्यापक जागरूकता का कार्यक्रम संचालित किया जाए। 

मुख्यमंत्री  ने इन रोगों के उपचार व नियंत्रण के लिए प्रशिक्षण पर जोर देते हुए कहा कि जुलाई माह से जे0ई0 व ए0ई0एस0 तथा अन्य संचारी रोगांे जैसे की उपस्थिति दिखायी देती है। ऐसे में, सभी जनपदों में स्वास्थ्य सुविधाओं का सुदृढ़ीकरण करते हुए आवश्यक उपकरणों एवं स्टाफ की व्यवस्था समयबद्ध ढंग से पूरी तैयारी के साथ उपलब्ध होनी चाहिए। कालाजार, डेंगू, मलेरिया, चिकनगुनिया आदि संचारी रोगों के सम्बन्ध में नियंत्रण एवं बचाव के साथ-साथ जागरूकता अभियान भी चलाया जाए।

मुख्यमंत्री  ने कहा कि इंसेफ्लाइटिस से प्रभावित जनपदों में उपचार की व्यवस्था सी0एच0सी0, पी0एच0सी0 और जिला चिकित्सालयों पर सुनिश्चित हो। शौचालयों का निर्माण व उनकी साफ-सफाई की भी व्यवस्था रहे। उन्होंने कहा कि मातृ एवं नवजात शिशु की देखभाल और पोषण के साथ-साथ उपचार सम्बन्धी व्यवस्थाओं में किसी भी प्रकार की कमी न हो। उन्होंने कहा कि वन विभाग द्वारा ग्रामीण क्षेत्रों में प्रत्येक परिवार के घर के आस-पास सहजन का पौधा रोपित करने के लिए लोगों को प्रेरित किया जाए। इससे कुपोषण की समस्या का समाधान होगा। 

मुख्यमंत्री  ने कहा कि जे0ई0 व ए0ई0एस0 वेक्टर जनित रोग हैं। इसलिए इनकी रोकथाम के लिए विशेष स्वच्छता अभियान चलाया जाए। कोरोना संक्रमण की रोकथाम के लिए किए जा रहे सैनिटाइजेशन से जे0ई0 व ए0ई0एस0 तथा संचारी रोगों के नियंत्रण में भी मदद मिलेगी। पोस्टर, हैण्डबिल, इलेक्ट्राॅनिक एवं प्रिण्ट मीडिया के माध्यम से विशेष जागरूकता अभियान चलाया जाए। शुद्ध पेयजल और डेªनेज की व्यवस्था भी सुनिश्चित हो। आंगनबाड़ी तथा आशा वर्करों की मदद से बच्चों एवं महिलाओं को इन रोगों के सम्बन्ध में जागरूक किया जाए तथा उनके पोषण की भी व्यवस्था हो। शिक्षकों को इनके सम्बन्ध में प्रशिक्षित किया जाए। स्कूली बच्चों को रोग से बचाव व नियंत्रण के सम्बन्ध में बताया जाए। यूनीसेफ तथा अन्य स्वयंसेवी संस्थाओं आदि का भी सहयोग लेते हुए कार्य किया जाए। 

मुख्यमंत्री  ने कहा कि जे0ई0 व ए0ई0एस0 के कारण शारीरिक व मानसिक दिव्यांगता उत्पन्न होती है। इसके दृष्टिगत दिव्यांगजन सशक्तीकरण विभाग की महत्वपूर्ण भूमिका है। इस बीमारी के कारण होने वाली दिव्यांगता के सम्बन्ध में दिव्यांगजन सशक्तीकरण विभाग, भारत सरकार के साथ समन्वय बनाकर कार्यवाही करे। गांव-गांव में गठित की जाने वाली निगरानी समितियों के माध्यम से इन रोगों से बचाव व नियंत्रण के साथ-साथ जागरूकता उत्पन्न करने का भी कार्य हो। 

स्वास्थ्य एवं चिकित्सा विभाग के अधिकारियों ने मुख्यमंत्री  को अवगत कराया कि बस्ती व गोरखपुर मण्डलों के 07 जनपद सर्वाधिक जे0ई0 से प्रभावित होते हैं। सिद्धार्थनगर, महराजगंज, बस्ती, संतकबीरनगर, गोरखपुर, कुशीनगर, देवरिया सहित अन्य प्रभावित जनपदों में जे0ई0 व ए0ई0एस0 रोगों के नियंत्रण व रोकथाम में निरन्तर सफलता मिली है। 15 मिनी पी0आई0सी0यू0 तथा 10 अन्य पी0आई0सी0यू0 के साथ-साथ 172 वेण्टीलेटर युक्त बेड्स उपलब्ध हैं। 

अधिकारियों ने बताया कि वर्ष 2020 में 38 प्रभावित जनपदों में 01 से 15 मार्च, 2020 के दौरान विशेष जे0ई0 टीकाकरण अभियान के तहत 10 लाख 81 हजार 228 लक्ष्य के सापेक्ष 11 लाख 36 हजार 916 लोगों का टीकाकरण किया गया। प्रदेश के समस्त 75 जनपदों में 03 चरणों में वेक्टरजनित एवं अन्य संक्रामक रोगों से बचाव एवं उपचार के सम्बन्ध में विशेष संचारी रोग अभियान का सम्पादन किया जा रहा है। प्रथम संचारी रोग नियंत्रण अभियान-2020 की गतिविधियां मार्च माह में सफलतापूर्वक निष्पादित की जा चुकी हैं। इसी प्रकार, प्रथम दस्तक अभियान-2020 भी मार्च माह में सम्पादित किया जा चुका है। लाॅकडाउन के दौरान स्वास्थ्य एवं सुरक्षा के उपायों साथ जे0ई0 व ए0ई0एस0 के सम्बन्ध में माॅनीटरिंग की जा रही है। 

इस अवसर पर चिकित्सा शिक्षा मंत्री  सुरेश खन्ना, ग्राम्य विकास मंत्री  राजेन्द्र प्रताप सिंह (मोती सिंह), चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री  जय प्रताप सिंह, दिव्यांगजन सशक्तीकरण मंत्री  अनिल राजभर, पंचायतीराज मंत्री  भूपेन्द्र सिंह चैधरी, बेसिक शिक्षा राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार)  सतीश द्विवेदी, बाल विकास एवं पुष्टाहार राज्यमंत्री  स्वाती सिंह, मुख्य सचिव  आर0के0 तिवारी, अपर मुख्य सचिव गृह एवं सूचना  अवनीश कुमार अवस्थी, अपर मुख्य सचिव बेसिक शिक्षा  रेणुका कुमार, अपर मुख्य सचिव दिव्यांगजन सशक्तीकरण  महेश कुमार गुप्ता, प्रमुख सचिव ग्राम्य विकास एवं पंचायतीराज  मनोज कुमार सिंह, प्रमुख सचिव चिकित्सा एवं स्वास्थ्य  अमित मोहन प्रसाद, प्रमुख सचिव नगर विकास  दीपक कुमार, प्रमुख सचिव पशुपालन  भुवनेश कुमार, सचिव मुख्यमंत्री  आलोक कुमार, निदेशक सूचना  शिशिर सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।