मई के अंत तक 5 प्रतिशत पूर्ण हो जाएगा बुन्देलखण्ड एक्सप्रेसवे निर्माण कार्य - अवनीश कुमार अवस्थी


अवस्थी यूपीडा के मुख्य कार्यपालक अधिकारी अवनीश कुमार अवस्थी ने शनिवार को बुन्देलखण्ड एक्सप्रेसवे के संरेखण में आने वाले अवरोधों मुख्य रूप से विद्युत की पारेषण एवं वितरण लाइनों के विस्थापन हेतु एक समीक्षा बैठक की गयी । बैठक में वीडियो कान्फ्रेंसिंग के माध्यम से प्रबंध निदेशक दक्षिणांचल विद्युत वितरण नि0 लि0, सौम्या अग्रवाल से विद्युत विभाग के खण्डवार कार्यों की प्रगति की समीक्षा की गयी ।


प्रबंध निदेशक ने यूपीडा के मुख्य कार्यपालक अधिकारी को बताया कि चित्रकूट में एक 33 केवी0 लाइन को छोड़कर अन्य समस्त कार्य पूर्ण कर लिए गए हैं । लगभग 06 , 11 केवी लाइन , 01 एल . टी लाइन , 3 लघु ट्रांसफार्मर तथा 30 के करीब बिजली के पोल सहित समस्त अवरोध हटाए जा चुके हैं । इटावा जनपद में एक्सप्रेसवे के दोनो ओर लगभग 100 पोल स्थापित किये जा चुके है । क्रॉसिंग हेतु केबिल दिनांक 14 मई , 2020 तक मौके पर उपलब्ध हो जाएंगी , इसके पश्चात एक्सप्रेसवे के ROW से लाइनों को हटाने का कार्य प्रारम्भ हो जाएगा तथा यह सम्भावना है कि 31 मई , 2020 तक इटावा की समस्त वितरण लाइनें विस्थापित की जा सकेंगी । औरैया , दिबियापुर एवं इटावा खण्डों से संबंधित शिफ्टिंग कार्य प्रगति पर हैं जोकि जून के प्रथम सप्ताह तक पूर्ण कर लिए जाएंगे । 


अवस्थी ने कहा कि शेष खण्डों के कार्यों हेतु कार्यदायी संस्थाओं को कार्यादेश निर्गत किये जा चुके हैं तथा इन खण्डों का कार्य भी शीघ्र आरम्भ हो जाएगा । प्रबंध निदेशक यूपीपीटीसीएल डा0 सेंथिल पांडियन सी ने बतााया, लगभग सभी लाइनों के शिफ्टिंग के कार्य हेतु निविदाएं आमंत्रित की जा चुकी हैं और शीघ्र ही इस पर निर्णय लेकर कार्यादेश निर्गत कर दिए जाएंगे ।


उल्लेखनीय है कि बुन्देलखण्ड एक्सप्रेसवे जनपद चित्रकूट में भरतकूप के पास से प्रारम्भ होकर जनपद बांदा , महोबा , हमीरपुर , जालौन , औरैया होते हुए आगरा - लखनऊ एक्सप्रेसवे पर राष्ट्रीय राजमार्ग सं0 - 91 ( इटावा - बेवर मार्ग ) से लगभग 16 किमी0 पूर्व कुदरैल गाँव के पास समाप्त होगा । इस एक्सप्रेसवे की लम्बाई 296 . 07 किमी0 है जिसका निर्माण 6 पैकेजों में किया जा रहा है । यह एक्सप्रेसवे 04 लेन चौड़ा ( 06 लेन में विस्तारणीय ) होगा । इस एक्सप्रेसवे का 5 प्रतिशत कार्य मई माह के अंत तक पूर्ण कर लिया जाएगा । यह एक्सप्रेसवे प्रदेश के बुन्देलखण्ड क्षेत्र को देश की राजधानी दिल्ली से आगरा - लखनऊ एक्सप्रेसवे एवं यमुना एक्सप्रेसवे के माध्यम से जोड़ेगा तथा बुन्देलखण्ड क्षेत्र के विकास में अहम भूमिका निभायेगा ।