प्रवासी कामगारों व श्रमिकों को लाने में कोई कसर नहीं छोड़ेंगे-योगी आदित्यनाथ



  • मार्च से अब तक 16.50 लाख लोग दूसरे से उप्र में आये, 522 ट्रेनों से अबतक 6 लाख 65 हजार 369 लोगों की वापसी हुुुई,121 ट्रेनों से महाराष्ट्र से डेढ़ लाख लोग आ चुके


 कोरोना की नियमित ब्रीफिंग में आये अपरमुख्य सचिवगृह एवं सूचना एवं सूचना अवनीश अवस्थी ने बताया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने टीम "11" की बैठक से आकर बताया कि उत्तर प्रदेश सरकार सभी प्रवासी कामगारों एवं श्रमिकों को लाने में कोई कसर नहीं छोड़ रही है। मुख्यमंत्री ने प्रवासियों व कामगारों की सहायता के लिए सभी जिलों में 200 अतिरिक्त बसों को तैनात करने का निर्देश देते हुए कहा है कि अगर वाहनों की कमी हो तो निजी बसों को अधिग्रहित करें। उन्होंने कहा कि यूपी सरकार बड़ी संख्या में ट्रेनों का संचालन भी करा रही है। पिछले कई दिनों से हर रोज 10 हजार से अधिक बसों के जरिए पूरी सुरक्षा, सम्मान और निशुल्क प्रवासी लोगों को यूपी में लाया जा रहा है। ऐसे में पैदल व असुरक्षित यात्रा का कोई कारण नहीं है।मुख्यमंत्री ने यूपी के बार्डर पर आए लोगों को राहत देते हुए सभी को व्यवस्थित और सुरक्षित ढ़ंग से होम क्वारंटीन तक पहुंचाने का आदेश दे दिया है। मुख्यमंत्री प्रदेश के सभी बार्डर,सभी जिलों की विस्तार से समीक्षा करते हुए कहा कि यूपी के बार्डर पर जमा हो रही भारी भीड़ को व्यवस्थित किया जाए। सबके लिए भोजन पानी उपलब्ध हो, साथ ही ट्रेनों व बसों के माध्यम से सभी को होम क्वारंटीन तक सुरक्षित पहुंचा दिया जाए। अपर मुख्य सचिव, गृह ने बताया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर उत्तर प्रदेश के लिए लगातार श्रमिक स्पेशल ट्रेनों का परिचालन किया जा रहा है। अब तक विभिन्न राज्यों से 522 ट्रेनों के जरिए 6लाख 65 हजार 369 श्रमिकों व कामगारों की वापसी हुई है। प्रदेश में अब 48 स्टेशनों को इन ट्रेनों के आगमन के लिए सुनिश्चित कर लिया गया है। दिल्ली से 11 ट्रेनों को रोज चलाने की सहमति बन गई है। 250 और अतिरिक्त ट्रेनों को चलाकर लोगों को लाने की सहमति बनी है। अकेले महाराष्ट्र से 121 ट्रेनों से डेढ़ लाख श्रमिक/कामगार यूपी आये। रविवार को भी 2 बजे तक 87 ट्रेन आ गई थीं। प्रदेश सरकार द्वारा रेलवे को 2 करोड़ का भुगतान पूर्व में ही कर दिया गया था। कल 6 करोड़ रूपये का और भुगतान किया जायेगा। प्रदेश में 300 किलोमीटरर तक की दूरी तक श्रमिकों को सुविधा पूर्वक पहुंचाने के लिये मेमू ट्रेन चलाने के लिये रेल मंत्रालय से बात की जा रही है। जल्द ही इसके लिए भी सहमति बन जाएगी। जिससे लाखों लोगों को राहत मिलेगी। अवस्थी ने बताया कि 1 मार्च से 30 अप्रैल तक 6 लाख 50 हजार लोगों की वापसी यूपी में हुई है। इसके अलावा अबतक 522 ट्रेनों से 6 लाख 65 हजार 369 बसों से करीब एक लाख से अधिक और 1 लाख 50 हजार से अधिक लोगों ने अपने निजी वाहनों से वापसी की है। उन्होंने बताया कि कुल मिलाकर अब तक 16 लाख 50 हजार लोगों ने यूपी का रूख किया है। प्रदेश में वापसी करने वालों की संख्या काफी अधिक हो गई है। जिसके कारण स्वास्थ्य विभाग ने भी कोरोना संक्रमण के लिए सैंपल टेस्ट करने की अपनी क्षमता का विस्तार कर लिया है। वर्तमान में 6500 सैंपलों का टेस्ट प्रतिदिन हो रहा है। जिसे बढ़ाकर 10 हजार करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। इसके अलावा बड़े पैमाने पर बेड्स की उपलब्धता पर कार्य किया जा रहा है। स्वास्थ्य विभाग ने प्रदेश में 1 लाख बेड्स की कार्ययोजना तैयार कर मुख्यमंत्री से रजामंदी ले ली है। दो से तीन दिनों के भीतर कोरोना संक्रमण के मरीजों के लिए प्रदेश में 1 लाख बेड्स उपलब्ध करा दिया जाएगा।मुख्यमंत्री ने कहा है कि सभी प्रवासी कामगारों व श्रमिकों का डाटा तैयार किया जाए। सभी की स्किलिंग क्षमता का पूरा ब्यौरा एकत्र किया जाए ताकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा दिए गए राहत पैकेज का उपयोग इसी डाटा के आधार पर किया जा सके। अवस्थी ने कहा कि वित्त मंत्री के ऐलान के अगले दिन ही मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने एमएसएमई सैक्टर को दो हजार करोड़ रूपये से अधिक की धनराशि आवंटित कर दी। अब रहेड़ी पटरी वालों को भी राहत पैकेज के अनुसार आने वाले बुधवार तक धनराशि आवंटित कर दी जाएगी।