प्रवासी श्रमिक पैदल न आएं, वाहन उपलब्ध करवाये जायेंगे - योगी आदित्यनाथ

 

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ  ने कहा है कि यह सुनिश्चित किया जाए कि प्रवासी कामगार / श्रमिक किसी भी दशा में पैदल न आएं , उनके लिए वाहन उपलब्ध करवाये जाएं । सभी प्रवासी कामगारों / श्रमिकों की स्क्रीनिंग कर उन्हें क्वारंटीन किया जाए । अस्वस्थ होने की दशा में इनके उपचार की व्यवस्था की जाए । उन्होंने प्रवासी श्रमिकों / कामगारों को रोजगार उपलब्ध कराने के लिए वृहद कार्ययोजना बनाने के कार्य में तेजी लाने के निर्देश भी दिए हैं । मुख्यमंत्री  आज बैठक में लॉकडाउन व्यवस्था की समीक्षा कर रहे थे । उन्होंने कहा कि कोविड - 19 से प्रभावित आर्थिक गतिविधियों की बहाली के लिए औद्योगिक विकास को बढ़ावा देना आवश्यक है । इसके लिए सेक्टोरल नीतियों का आवश्यकतानुसार सरलीकरण किया जाए । नए उद्योगों की स्थापना के लिए भूमि की पर्याप्त उपलब्धता आवश्यक है । इस उद्देश्य से राजस्व तथा औद्योगिक विकास विभाग लैण्ड बैंक स्थापना की कार्ययोजना बनाते हुए उसे लागू करने का काम करें । मुख्यमंत्री  ने कहा कि प्रदेश में रह रहे अन्य राज्यों के श्रमिकों / कामगारों के उनके गृह प्रदेश में भेजने के लिए सम्बन्धित राज्य को ऐसे श्रमिकों / कामगारों की सूची उपलब्ध कराई जाए । दुकानों , मण्डियों , बैंक शाखाओं आदि में सोशल डिस्टेंसिंग का सख्ती से पालन कराया जाए । यह सुनिश्चित किया जाए कि सभी लोग मास्क अवश्य पहनें । गांव तथा शहर में सर्विलांस कार्य को और प्रभावी करने के लिए निगरानी समितियों को सुदृढ बनाया जाए । मुख्यमंत्री हेल्प लाइन के द्वारा निगरानी समितियों के सदस्यों से संवाद जारी रखा जाए । उन्होंने जनपद आगरा , मेरठ तथा कानपुर नगर में लॉकडाउन को कड़ाई से लागू करने के निर्देश दिए ।  मुख्यमंत्री  ने कहा कि प्रदेश में बड़ी संख्या में प्रवासी कामगार / श्रमिक आ रहे हैं । इसके दृष्टिगत क्वारंटीन की क्षमता को बढ़ाया जाए । कम्युनिटी किचन व्यवस्था को और बेहतर बनाते हुए सभी के लिए पर्याप्त भोजन की उपलब्धता सुनिश्चित कराई जाए । यह सुनिश्चित हो कि कोई भी भूखा न रहे । क्वारंटीन सेन्टर / आश्रय स्थल पर साफ - सफाई तथा सुरक्षा के पुख्ता इन्तजाम किए जाएं ।

मुख्यमंत्री  ने निर्देश दिए कि प्रदेश के सभी नर्सिंग होम कोविड - 19 के संक्रमण से सुरक्षा सम्बन्धी स्वास्थ्य विभाग के प्रोटोकॉल का पालन करते हुए चिकित्सा सुविधाएं उपलब्ध कराएं । सभी जनपदों में आवश्यकतानुसार वेण्टीलेटर की व्यवस्था सुनिश्चित की जाए । चिकित्सालयों में पी0पी0ई0 किट , एन - 95 मास्क तथा सेनिटाइजर की पर्याप्त उपलब्धता एवं समुचित वितरण सुनिश्चित कराया जाए । कोविड अस्पतालों की संख्या में वृद्धि करते हुए एल - 1 , एल - 2 तथा एल - 3 कोविड चिकित्सालयों में 01 लाख बेड की व्यवस्था की जाए । मुख्यमंत्री हेल्प लाइन के माध्यम से कोविड अस्पतालों के मरीजों के स्वास्थ्य लाभ की जानकारी प्राप्त की जाए । उन्होंने पूल टेस्टिंग में वृद्धि करने के निर्देश भी दिए । इस अवसर पर चिकित्सा शिक्षा मंत्री  सुरेश खन्ना , स्वास्थ्य मंत्री  जय प्रताप सिंह , स्वास्थ्य राज्यमंत्री  अतुल गर्ग , मुख्य सचिव  आर0के0 तिवारी , कृषि उत्पादन आयुक्त  आलोक सिन्हा , अवस्थापना एवं औद्योगिक विकास आयुक्त  आलोक टण्डन , अपर मुख्य सचिव सूचना एवं गृह  मुख्य सचिव वित्त  संजीव मित्तल , पुलिस महानिदेशक  हितेश सी0 अवस्थी , प्रमुख सचिव स्वास्थ्य  अमित मोहन प्रसाद , प्रमुख सचिव मुख्यमंत्री  एस0पी0 गोयल तथा संजय प्रसाद , प्रमुख सचिव एम0एस0एम0ई0  नवनीत सहगल , प्रमुख सचिव ग्राम्य विकास एवं पंचायतीराज  मनोज कुमार सिंह , प्रमुख सचिव कृषि डॉ0 देवेश चतुर्वेदी , प्रमुख सचिव पशुपालन  भुवनेश कुमार , प्रमुख सचिव खाद्य एवं रसद  निवेदिता शुक्ला वर्मा , सचिव मुख्यमंत्री  आलोक कुमार , सूचना निदेशक  शिशिर सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे ।