टीम "11" के सदस्यों ने लिया आगरा का जायजा,  मुख्यमंत्री को सौपेंगे रिपोर्ट!


आगरा में वैश्विक महामारी कोरोना वायरस का कहर कम होने का नाम नहीं ले रहा है, यहां दिन प्रतिदिन नए केस सामने आ रहे हैं। 25 मौतों के साथ ताजनगरी में कोरोना संक्रमितों का आंकड़ा अब 750 को पार कर चुका है। ऐसे में जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग पर सवाल उठने लगे हैं।शहर में संक्रमण को फैलने से रोकने में कहीं न कहीं प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग फेल साबित हुआ है।इसकी गाज भी सीएमओ डॉक्टर मुकेश कुमार वत्स और एडी हेल्थ डॉक्टर मित्तल को झेलनी पड़ी, उन्हें पद से हटा दिया गया।अब उनकी जगह डॉक्टर आरसी पांडे को आगरा का नया मुख्य चिकित्सा अधिकारी बनाया गया है। डॉक्टर अविनाश सिंह एडी हेल्थ नियुक्त किए गए हैं। जब से आगरा में कोरोना ने विकराल रूप लिया तब से लोगों में पहली बार भरोसा जगा है कि आगरा में बढ़ते आंकड़ों को लेकर शासन गंभीर हुआ है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपनी टीम-11 में शामिल पांच सदस्यों को आगरा भेजा गया था मुख्यमंत्री के दूत सोमवार सुबह 9:00 बजे स्पेशल विमान से आगरा एयरपोर्ट पहुंचे थे।वहां, पहुंचते ही सुबह 10:00 बजे सर्किट हाउस में मुख्यमंत्री के दूत के साथ में जिला प्रशासन आगरा और स्वास्थ्य विभाग की बैठक हुई। इस बैठक में आलोक कुमार प्रमुख सचिव/नोडल अधिकारी आगरा, प्रोफेसर आलोक नाथ प्रोफेसर एसजीपीजीआई लखनऊ, रजनीश दुबे प्रमुख सचिव चिकित्सा शिक्षा. इनके साथ दो अन्य अधिकारी शामिल हुए। बैठक के पहले चरण में प्रशासन के आला अफसरों के साथ में टीम के सदस्यों ने संवाद शुरू किया। लखनऊ से आई टीम के सदस्य 3 घंटे तक प्रशासन के आला अफसरों के साथ संवाद करते रहे। इसके बाद दूसरे चरण में पुलिस अधिकारियों के साथ में आगरा के हालात जानने की कोशिश किया। टीम के सदस्य आगरा के जिला प्रशासन स्वास्थ्य विभाग से संवाद करने के बाद हॉटस्पॉट क्षेत्रों का निरीक्षण किया। एसएन मेडिकल कॉलेज में जाकर वहां की व्यवस्था देखी।इसके बाद एक संयुक्त रिपोर्ट शासन को सौंपेंगे, जिस पर शासन अपना निर्णय लेगा। हालांकि, इस दौरान आलाधिकारियों में से किसी ने भी मीडिया के सवालों का जवाब नहीं दिया और वो बहाना बना कन्नी काटते दिखे। सूत्रों के मुताबिक, टीम के सदस्यों ने प्रारंभिक तौर पर भी पूछताछ में ये माना है कि जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग की बड़ी लापरवाही का खामियाजा आगरा के लोग भुगत रहे हैं।यही वजह है कि ताजनगरी आगरा में कोरोना वायरस का कहर देखा जा रहा है। कोविड-19 के सबसे ज्यादा मामलों की लिस्ट में आगरा यूपी में टॉप पर बना हुआ है।जिले में कोरोना के अबतक 770 मामले सामने आ चुके हैं, इनमें 326 मरीज ठीक होकर अस्पताल से डिस्चार्ज किए जा चुके हैं, जबकि 25 मरीजों की मौत हो चुकी है।