विद्युत की उपयोगिता एवं महत्त्व को ध्यान में रखते हुए जागरूक रह सार्थक प्रयास करें - संजय त्रिपाठी

विद्युत आज के परिवेश में विश्व की जीवन रेखा है संभवता मानव जीवन से सम्बद्ध कोई भी ऐसा क्षेत्र नही है जिसको विद्युत के अभाव में पूर्ण किया जा सके।

वैश्विक महामारी की विषम  परिस्थितियों  से निरंतर संघर्ष करते हुए उत्तर रेलवे का लखनऊ में  दिनांक 01.05.20 से 07.05.20 तक विद्युत सुरक्षा सप्ताह का आयोजन किया गया। इस सप्ताह का प्रमुख उद्देश्य  विद्युत की आवश्यकता एवं भारतीय रेल के परिद्रश्य में इसकी उपयोगिता तथा महत्ता को दृष्टिगत रखते हुए विद्युत सुरक्षा हेतु भावी रणनीतियों पर विचार करते हुए उनको अमल करने की दिशा में सार्थक प्रयासों को निर्धारित करना था।  इस सप्ताह विशेष में विद्युत की इन्ही विशेषताओं पर विस्तार से विचार करते हुए सम्पूर्ण मंडल पर विद्युत के संरक्षण, विद्युत का उपयोग, विद्युतीय उपकरणों का रख-रखाव तथा कार्य दक्षता की जांच, विद्युत की सुरक्षा हेतु उठाये जाने वाले प्रभावी कदम, आवश्यकतानुसार  विद्युत का उपयोग एवं विद्युत की सुरक्षा हेतु अपनाये जाने वाली अन्य नीतियों पर भी विस्तार से चर्चा की गई एवं योजनाओं को तत्काल क्रियान्वित करने की दिशा में आवश्यक निर्देशों को पारित किया गया।  इस सप्ताह के समापन दिवस पर उत्तर रेलवे चारबाग में  सामाजिक दूरी  रखते हुए एक लघु संगोष्ठी का भी आयोजन किया गया जिसमे विद्युत विभाग के अधिकारी  एवं पर्येवेक्षक सम्मिलित हुए एवं विद्युत  सुरक्षा के क्षेत्र में सराहनीय प्रयासों हेतु नामित कर्मचारियों को सुरक्षा सम्मान से पुरुस्कृत  भी किया गया।

  मंडल रेल प्रबंधक संजय त्रिपाठी ने कहा की विद्युत हमारे जीवन का अनिवार्य अंग है एवं राष्ट्र की समृद्धि एवं प्रगति की द्योतक है क्योकि  विद्युत के अभाव में किसी भी प्रकार की गतिविधि का संचालन असंभव है । अतः यह परम आवश्यक है की विद्युत की उपयोगिता एवं महत्त्व को ध्यान में रखते हुए इसकी सुरक्षा एवं समुचित  उपयोग की दिशा में हम सभी जागरूक रहते हुए निरंतर सार्थक प्रयास करें ।