यूपी में लौट चुके 15 लाख श्रमिक, महाराष्ट्र से सर्वाधिक एक लाख बीस हजार प्रवासी श्रमिक आये- अवनीश अवस्थी


कोरोना की नियमित ब्रीफिंग में आये अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश कुमार अवस्थी ने बताया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने औरैया की घटना पर गंभीर संवेदना व्यक्त किया है। सभी फील्ड अफसरों को निर्देश दिया है कि प्रवासी श्रमिकों को पैदल न चलने दें। उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा श्रमिक स्पेशल ट्रेन की व्यवस्था की गई है। उन्होंने निर्देश दिया है कि प्रवासी श्रमिक किसी भी स्थिति में पैदल न चलें। इसके लिए सभी पुलिस अधिकारियों को निर्देश दिया है कि जो भी श्रमिक आ रहे हैं, उन्हें बार्डर पर विवरण लेते हुए भोजन-पानी की व्यवस्था की जाए। उनकी स्क्रीनिंग की जाए। उन्हें सुरक्षित और सम्मानजनक तरीके से घर पहुंचाया जाए। मुख्यमंत्री के निर्देश पर प्रत्येक बार्डर पर 200 बसें लगाई गई हैं। सभी बार्डर के जनपदों में अतिरिक्त व्यवस्था की गई है। अपर मुख्य सचिव गृह ने कहा कि उत्तर प्रदेश में अब तक 449 ट्रेनें आ चुकी हैं। देश में सबसे ज्यादा ट्रेन उत्तर प्रदेश में चली है। इसमें 5.64 लाख लोग आ चुके हैं। आज 76 ट्रेनों में से 12 आ चुकी हैं। इसके अलावा 286 श्रमिक ट्रेनों को अनुमति दी जा चुकी है। जिसमें 3.85 लाख लोग आ रहे हैं। इन्हें जोड़कर अब तक करीब 9.50 लाख से अधिक प्रवासी श्रमिक उत्तर प्रदेश आ रहे हैं। गुजरात से अब तक 223 ट्रेन के जरिए 3 लाख लोग आए हैं। महाराष्ट्र से 97 ट्रेन आ चुकी हैं, इससे 1.20 लाख आए हैं। 78 ट्रेनों के जरिए पंजाब से 90 हजार लोग आए हैं। इसी तरह देश के अन्य प्रदेशों से ट्रेन आ चुकी हैं और आ रही हैं। अवस्थी ने कहा कि मुख्यमंत्री ने कम्युनिटी किचन के सर्वे और भोजन की व्यवस्था दुरुस्त करने के निर्देश दिए हैं। ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में निगरानी समितियां को निर्देश दिया गया है कि लगभग 15 लाख श्रमिक आ चुके हैं, एसे में होम क्वारंटीन सुनिश्चित करने का काम करें। हर गांव में स्क्रीनिंग के लिए अल्ट्रारेड थर्मामीटर मुहैया करवाने का निर्देश दिया है। मुख्यमंत्री ने टेस्टिंग की क्षमता 10 हजार करने के लिए कहा है। प्रधानमंत्री राहत पैकेज को लेकर सभी अधिकारियों को निर्देश दिया गया है कि इस पर योजना बनाकर केंद्र सरकार को भेजा जाए। मुख्यमंत्री ने जल जीवन मिशन में श्रमिकों को लगाने का निर्देश दिया है। साथ ही निराश्रित गोवंश स्थलों और वृक्षारोपण के कार्य में प्रवासी श्रमिकों को जोड़ने का निर्देश दिया है। अपर मुख्य सचिव गृह ने कहा कि  इस समय प्रदेश में 501 हाटस्पाट हैं। यहां 7 लाख 54 हजार मकान है। 42 लाख 62 हजार लोग रह रहे हैं। जिनकी समीक्षा और सुरक्षा की जा रही है। 44 हजार वाहनों से आवश्यक वस्तुओं की होम डिलीवरी हो रही है। 21 हजार वाहनों से रोजाना 35,000 लीटर दूध की व्यवस्था की गई है।