सराहनीय कार्यः लखनऊ मेट्रो ने यात्रियों को लौटायीं क़ीमती वस्तुएं


लखनऊ मेट्रो स्टेशनों पर तैनात स्टाफ़ अपनी कर्तव्यनिष्ठा और ईमानदारी से मिसाल पेश करता रहा है। मेट्रो स्टेशनों पर यात्रियों द्वारा भूले गए क़ीमती सामानों की सुरक्षित वापसी हो या फिर स्टेशन के आस-पास किसी दुर्घटना को बचाने का प्रयास, स्टेशन पर तैनात स्टाफ़ अपनी जिम्मेदारियों के हर मानक पर ख़रा उतरता रहा है। बीते 7 सितंबर से मेट्रो के फिर से संचालन के बाद से यूपीएमआरसी ने यात्रियों के छूटे हुए सामान को पूरी निष्ठा से वापस लौटाया है। इस एक महीने में दस मोबाइल फोन, लगभग 7,500 रुपए नकद, पांच लाख बत्तीस हजार रुपए का डिमांड ड्रॉफ्ट और 16 पर्स वापस किए गए हैं। 


09, सितंबर, 2020 को विश्वविद्यालय मेट्रो स्टेशन की बैगेज स्कैनर मशीन में एक यात्री का बैग छूट गया, जिसमें से 5,32,286 रुपए का डिमांड ड्राफ्ट बरामद हुआ था। ड्यूटी पर तैनात सुरक्षा गार्ड ने स्टेशन कंट्रोलर के पास बैग जमा कराया। कुछ समय बाद श्री प्रशांत कुमार स्टेशन पर आकर सारी औपचारिकताएं पूरी करने के बाद अपना बैग वापस ले गए। इस जिम्मेदाराना रवैये के लिए उन्होंने मेट्रो स्टाफ़ को तह-ए-दिल से धन्यवाद दिया।


वहीं 24 सितंबर, 2020 को सचिवालय मेट्रो स्टेशन पर स्कैनर मशीन में एक और बैग छूटने की घटना सामने आई थी। इस बार बैग से हाईस्कूल और इंटर की मार्कशीट के साथ कुछ जरूरी कागजात बरामद हुए। ड्यूटी पर तैनात सुरक्षाकर्मी ने स्टेशन कंट्रोलर के पास सारा सामान जमा करा दिया। बैग मिलने के करीब आधे घंटे के भीतर बैग के मालिक, कन्नौज ज़िले के रहने वाले श्री अंशुमान सिंह मेट्रो स्टेशन आकर अपना बैग और सारा सामान वापस ले गए। अपना सामान पाकर वह इतने ख़ुश हुए कि मेट्रो सेवाओं और सुरक्षा व्यवस्था की तारीफ़ किए बिना नहीं रह पाए।


इनके अलावा, 26 सितंबर, 2020 को एक कम्यूटर, इटावा, यूपी के मूल निवासी विजय शंकर चौधरी भी एक्स-बीआईएस मशीन के पास एक बैग को भूल गए जिसमें लैपटॉप, चार्जर, माउस, 2 डायरी और अन्य किताबें थीं। ड्यूटी पर सुरक्षा गार्ड ने बैग तथा उससे बरामद हुए सामान को स्टेशन कंट्रोलर को जमा कर दिया, उचित सत्यापन के बाद बैग को उसके असली मालिक को सौंप दिया गया। विजय शंकर चौधरी भी लखनऊ मेट्रो की ऐसी कर्मठता को देख मंत्रमुग्ध हो गए और लखनऊ मेट्रो की तारीफों के पुल बांध दिए।


 


 


 कुमार केशव, प्रबंध निदेशक, यूपीएमआरसी ने कहा, “हमारे यात्रियों को एक सुरक्षित और आरामदायक यात्रा का अनुभव प्रदान कराना हमारी प्राथमिक जिम्मेदारी है। लखनऊ मेट्रो का संपूर्ण स्टाफ मानवता के मापदंडों पर अपने कर्तव्यों का निर्वहन जिम्मेदारी से करता आया है। हम यात्रियों के सुरक्षित सफर के साथ साथ मेट्रो परिसर में उनके सामान की सुरक्षा की जिम्मेदारी भी पूरी तरह निभाते रहे हैं और इस मामले में उच्च मानदंडों का पालन किया जा रहा है। लखनऊ वासियों के सहयोग के साथ, उत्तर प्रदेश मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन लिमिटेड का उद्देश्य सभी को एक सुरक्षित और बाधा रहित यात्रा अनुभव प्रदान कराना है।‘”


 


 


लॉस्ट एंड फाउंड सेल का संकलित डेटा (अवधि-7.09.2020 से 8.10.2020)


 


• कुल लौटाए मोबाइल फोन- 10


• कुल लौटाया नकद- 7500 रु


• बैग की कुल संख्या (हैंडबैग, पर्स, बटुआ सहित) - 16


• डिमांड ड्राफ्ट की कीमत 5,32,286 रुपये 


 


 


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